केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर राय रखी और कई मामलों पर सवालों के जवाब भी दिए. इस दौरान उन्होंने हरियाणा को लेकर भी सवालों के जवाब दिए.
दरअसल अभी हाल ही में हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी के बीच चार सालों में चला आ रहा गठबंधन टूटा है. इसके साथ ही बीजेपी ने फिर से सरकार बनाई है, लेकिन सीएम चेहरा बदल कर.
झगड़ा करके नहीं टूटा गठबंधनः अमित शाह
अभी तक यहां मनोहर लाल खट्टर सीएम थे, लेकिन बीजेपी ने नायब सिंह सैनी को हरियाणा का सीएम बनाया है और फिर उन्हें लोकसभा में करनाल से बतौर उम्मीदवार उतारा है. जेजेपी से गठबंधन टूटने को लेकर अमित शाह ने कहा कि, ‘जेजेपी से गठबंधन झगड़ा करके नहीं टूटा है, हम अच्छे मूड में अलग हुए हैं.’
कोई झगड़ा या मनमुटाव नहींः अमित शाह
हरियाणा में जेजेपी के साथ बीजेपी का गठबंधन टूटने पर अमित शाह ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच कोई झगड़ा या मनमुटाव नहीं है. अमित शाह ने कहा कि जेजीपी की सीटों को लेकर कुछ डिमांड थी जिसे हम पूरा नहीं कर सकते थे. अमित शाह ने कहा कि जेजेपी का मानना था कि उन्हें अधिक सीटें मिलनी चाहिए लेकिन हम उन्हें इतनी सीट नहीं दे सकते थे. अमित शाह ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच एक डिफरेंस आफ ऑपिनियन हुआ जिसके बाद हम दोनों दलों ने चुनाव से पहले ही अलग होने का फैसला किया.
India Today Conclave 2024: हमारे पास 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड, 25 साल का एजेंडाः अमित शाह
दिल्ली में हर सीट पर हमारा 50 फीसदी से ज्यादा वोट: शाह
इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश के सियासी गणित और दिल्ली को लेकर भी बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यूपी और दिल्ली में बीजेपी और मजबूत होगी. सवालों के जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि ‘दिल्ली में हर सीट पर हमारा 50 फीसदी से ज्यादा वोट है. इस बार ये बढ़ने वाला है. एक बार आप 50 फीसदी पार कर लेते हैं तो बाकी के 49 फीसदी में कितने हैं, इसका कोई महत्व नहीं हैं.
यूपी को लेकर कही ये बात
जबकि यूपी को लेकर उन्होंने कहा कि पिछली बार सपा, बसपा, रालोद एकत्र थे. बड़ा मजबूत गठबंधन माना जाता था, उन्होंने कहा कि पॉलिटिक्स फिजिक्स नहीं है, बल्कि केमिस्ट्री है, कई बार 1+1=2 नहीं होता, कई बार 11 भी हो जाता है. जयंत चौधरी के साथ गठबंधन के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि हमनेो ये अलायंस इसलिए किया है, ताकि हमारी पार्टी दूसरे एरिया में ज्यादा फोकस कर पाए इसलिए हमारे जो अच्छे एरिया थे, वहां संघर्ष कम किया है. उन्होंने कहा कि अलायंस के कई कारण होते हैं.