चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों से आह्वान किया है कि वे सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आज सतलुज-यमुना लिंक कैनाल (एसवाईएल) पर दिए गए निर्णय का सम्मान करे और राज्य में होने वाले चुनावों में इसे राजनीतिक रंगत न दें। वे गुरुवार को चंडीगढ़ में यहां मीडिया द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह निर्णय सौहार्दपूर्ण तरीके से लागू होगा और इसमें सभी लोग अपना सहयोग देंगे।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा हरियाणा को एसवाईएल का एक बूंद पानी नहीं दिया जाएगा और इसके लिए वे कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं, के वक्तव्य पर टिप्पणी देते हुए श्री मनोहर लाल ने कहा कि इस प्रकार का कार्य लोकतांत्रिक प्रणाली में नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश में लोकतांत्रिक प्रणाली है और सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को राजनीति से ऊपर उठकर अपनाना चाहिए। पंजाब के कुछ नेताओं द्वारा त्यागपत्र देने की रिपोर्ट के सम्बंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब में विधानसभा चुनाव आ रहे हैं और राजनीतिक दल एसवाईएल के मुद्दे को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, जोकि नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय से पंजाब का हित प्रभावित नहीं होगा।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मनोहर लाल ने कहा कि यहां प्रश्न भाजपा शासित राज्यों का नहीं है बल्कि यह दो राज्यों के बीच पानी के बंटवारे का मामला है। उन्होंने कहा कि पंजाब और राजस्थान रावी-ब्यास के पानी से अपने हिस्से का पानी पहले ही ले रहा है परंतु हरियाणा को उसके हिस्से का पानी नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के पश्चात हरियाणा को अपने हिस्से का 3.5 एमएएफ पानी मिलेगा।