भारत और श्रीलंका में प्रतिबंधित संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई/लिट्टे) को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तमिलनाडु में कई जगहों पर छापेमारी शुरू की। यह छापेमारी तमिलनाडु में लिट्टे को पुनर्जीवित करने के लिए की जा रही संदिग्ध फंडिंग की रिपोर्ट के बाद की गई। तमिलनाडु के तिरुचि, कोयम्बत्तूर, चेन्नई, शिवगंगा और तेनकाशी सहित दस ठिकानों पर दबिश दी गई। तमिलनाडु पुलिस के सूत्रों ने बताया कि उग्र तमिल राष्ट्रवादी विचारधारा वाले एक राजनीतिक दल के कुछ पदाधिकारियों के आवासों और कार्यालयों पर छापेमारी की जा रही है।
सतकुनाम की गिरफ्तारी ने खोले राज
जानकारी के अनुसार, लिट्टे के एक पूर्व शीर्ष खुफिया ऑपरेटिव सतकुनाम उर्फ सबेसन को एनआइए ने अक्टूबर 2021 में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। एनआइए पाकिस्तान और दुबई से जुड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट और हथियार तस्करी रैकेट में उसकी संलिप्तता पर नजर रख रही थी। सतकुनाम को पाकिस्तान से भारतीय तट पर हथियारों और नशीली दवाओं की तस्करी से संबंधित मामले में गिरफ्तार किया गया था।
श्रीलंका भेजी जा रही थी रकम
केरल के विझिंजम तट पर एके-47 असॉल्ट राइफल, 300 किलोग्राम हेरोइन और 1,000 छर्रे ले जा रहे एक जहाज को पकड़ा गया था। सतकुनाम इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता था और उसे चेन्नई से गिरफ्तार किया गया था और छह श्रीलंकाई नागरिकों को भी पकड़ा गया था। एनआइए ने तब कहा था कि सतकुनाम संगठन को पुनर्जीवित करने के लिए लिट्टे के पूर्व कैडरों को भारी मात्रा में धन तमिलनाडु से श्रीलंका भेज रहा था।
पार्टी ने मद्रास हाईकोर्ट का रुख किया
एक राजनीतिक पार्टी तमिझर कच्ची ने अपनी पार्टी के पदाधिकारियों पर चल रही एनआइए की छापेमारी के संबंध में मद्रास हाईकोर्ट का रुख किया। हाईकोर्ट के जस्टिस एम एस रमेश और जस्टिस सुंदर मोहन ने तत्काल याचिका पर सुनवाई की।
प्रभाकरन के समर्थक अब भी चुनौती
श्रीलंकाई तमिल गुरिल्ला और लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम का संस्थापक वेलुपिल्लई प्रभाकरन था। लिट्टे एक ऐसा संगठन है जिसने श्रीलंका के उत्तर और पूर्व में एक स्वतंत्र तमिल राज्य बनाने की मांग की थी। लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम ने लगभग तीन दशकों तक अपनी दहशत से लोगों को डराकर रखा था। इसके बाद श्रीलंका की सेना ने 2009 में लिट्टे चीफ प्रभाकरन को मौत के घाट उतार दिया था। साल 2009 में जब लिट्टे प्रमुख वी. प्रभाकरन की मौत हुई तो इस संगठन का आतंक भी धीरे धीरे ख़त्म हो गया लेकिन श्रीलंका और भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में फैले इसके समर्थक अभी भी चुनौती बने हुए हैं।
दाऊद का साथी हाजी सलीम कर रहा लिट्टे में जान फूंकने की कोशिश
पाकिस्तान के कराची स्थिति गैंगस्टर हाजी सलीम अंडरवर्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़ा हुआ है। ये बड़े पैमाने पर तस्करी के जरिए लिट्टे की गतिविधियों में नई जान डालने की कोशिश कर रहा है। इस बात का खुलासा भारतीय एजेंसियों के माध्यम से हुआ है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), राष्ट्रीय जांच एजेंसी और राजस्व और खुफिया निदेशालय सहित एजेंसियां पूरे आपराधिक नेटवर्क को खत्म करने के लिए सलीम के साथ-साथ इब्राहिम की डी-कंपनी के भारतीय संपर्कों की पहचान करने पर काम कर रही हैं। पिछले महीने एनसीबी और नौसेना ने एक संयुक्त अभियान में हिंद महासागर में एक तथाकथित मदर शिप को रोककर 12,000 करोड़ रुपए की कीमत की 2,500 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की थी। इस खेप को बलूचिस्तान प्रांत में मकरान तट से भेजा गया था। इसके अलावा पिछले हफ्ते भारत में लिट्टे को फिर से खड़ा करने से संबंधित जांच में 13 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर करते हुए एनआइए ने कहा कि श्रीलंकाई ड्रग माफिया के सदस्य सलीम से ड्रग्स की सोर्सिंग कर रहे थे।