देश में सामान जल्दी और कम भाड़े में पहुंचाने के लिए दो कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। एक बार में 1300 ट्रकों के बराबर सामान पहुंचाने के लिए मालगाड़ी चलाने की तैयारी हो रही है। अमरीका और चीन की तर्ज पर अब भारत में भी हैवी हॉल मालगाड़ी चलने वाली है। इसी तरह की मालगाड़ी को जिसे हैवी हॉल गुड्स ट्रेन कहते हैं। ईस्टर्न और वेस्टर्न दोनों कॉरिडोर की लंबाई 2843 किलोमीटर बताई जा रही है। 1337 किमी लंबा ईस्टर्न फ्रेड कॉरिडोर पंजाब के लुधियाना से शुरू होकर पश्चिमी बंगाल के सोननगर तक बन चुका है। वहीं दूसरे का काम जोरो से चल रहा है। इस ट्रेन को चलाने के लिए तैयार कॉरिडोर का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सांसद क्षेत्र वाराणसी में उद्घाटन करने जा रहे हैं।
कितनी किलोमीटर लंबी?
अब अपने देश में डेडीकेटेड फ्रेड कॉरिडोर (डीएफसी) में हैवी हॉल गुड्स ट्रेन चलाने वाली है। इसके लिए दो कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। ईस्टर्न और वेस्टर्न दोनों कॉरिडोर की कुल लंबाई 2843 किलोमीटर है।
कहां से कहां तक चलेगी?
ईस्टर्न फ्रेड कॉरिडोर 1337 किलोमीटर लंबा है। यह कॉरिडोर पंजाब के लुधियाना से पश्चिमी बंगाल के सोननगर तक बनकर तैयार हो गया है। पीएम मोदी आज इसका आज उद्घाटन करने जा रहे है। वहीं, वेस्टर्न कोरिडोर की लंबाई 1506 किमी है। वेस्टर्न कोरिडोर हरियाणा रेवाड़ी से महाराष्ट्र (अटेली से जवाहर लाल नेहरू पोर्ट, जेएनपीटी) तक फैला हुआ है। इसको अभी तैयार किया जा रहा है।
एक हैवी हॉल मालगाड़ी में कितने वैगन
डेडीकेटेड फ्रेड कॉरिडोर के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हैवी हॉल मालगाड़ियों के लिए कॉरिडोर का डिजाइन किया गया है। इसकी क्षमता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि एक दिन में 120 हैवी हॉल मालगाड़ियां एक दिशा चलेगी। एक हैवी हॉल मालगाड़ी में करीब 105 वैगन होंगे।
300 ट्रकों के बराबर सामान
डीएफसी के अधिकारी के अनुसार, करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी इस गाड़ी में लगभग 13000 टन सामान एक स्थान से दूसरे स्थान पर कम समय में ले जाया जा सकेगा। इस प्रकार से एक मालगाड़ी 1300 ट्रकों का सामान जल्दी और कम भाड़े में पहुंचेगा।