Parliament MPs Suspension: संसद में बुधवार (13 दिसंबर) को घुसपैठ के बाद गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी दलों के सांसदों ने जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष का हंगामा इतना बढ़ गया था कि दोनों सदन से कई सांसदों को निलंबित करना पड़ा।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर विरोध करने पर लोकसभा अध्यक्ष ने 14 सांसदों को निलंबित कर दिया। हालांकि कुल 14 नहीं बल्कि 13 सांसदों को पूरे शीतकालानी सत्र की कार्यवाही से सस्पेंड किया गया है।
गलती से निलंबित किए जाने के बाद डीएमके सांसद एस आर पार्थिबन का निलंबन रद्द कर दिया गया है। देर शाम को लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी लेटर में बताया गया कि आज (14 दिसंबर) लोकसभा से कुल 13 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। सांसद एसआर पार्थिबन का निलंबन रद्द किया गया।
शीतकालीन सत्र के 9वें दिन गुरुवार की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने संसद की सुरक्षा में चूक का मुद्दा उठाते हुए जमकर हंगामा किया। इसके बाद लोकसभा से विपक्षी पार्टियों के 13 और राज्यसभा से एक सांसद को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया। हालांकि, इसमें भी चूक देखी गई, क्योंकि विपक्ष के एक सांसद जिनको सस्पेंड किया गया था, वो डीएमके सांसद संसद में मौजूद ही नहीं थे, जिसके बाद गलती का अहसास होने पर सरकार ने अपनी सफाई दी और निलंबर रद्द किया गया। अपनी ओर से पेश की गई सफाई में सरकार ने बताया कि डीएमके सांसद एसआर पार्थिबन का नाम गलती से चला गया था।
13 सांसदों के निष्कासन पर मंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान
13 सांसदों के निष्कासन पर मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया की ‘नए संसद’ नियम के उल्लंघन को लेकर सांसदों को निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि “नए संसद भवन में जाने के बाद एक बीएसी (बिजनेस एडवाइजरी कमेटी) की बैठक हुई और अध्यक्ष ने प्रस्ताव रखा कि तख्तियों की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। ऐसे में इसे फैसले का उल्लंघन किया गया, जिसके बाद 13 सांसदों को निलंबित कर दिया गया।