चंडीगढ़ : हरियाणा व पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने आज हरियाणा राजभवन में आयोजित समारोह में जस्टिस शिआवक्स जाल वजीफदार को पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। इससे पहले वे पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के पद पर काम कर रहे थे।
इस अवसर पर जस्टिस वजीफदार के परिजनों और पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, पंजाब के केबिनेट मंत्री आदेश प्रताप कैरों, हरियाणा के मुख्य सचिव डी0 एस0 ढेसी, पंजाब के मुख्य सचिव सर्वेश कौशल, चण्डीगढ प्रशासक के सलाहकार परिमल राय, हरियाणा के एडवोकेट जनरल बलदेव राज महाजन और हरियाणा, पंजाब व चण्डीगढ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जस्टिस वजीफदार का जन्म 4 मई 1956 को हुआ। उन्होंने प्रारम्भिक शिक्षा ऋषि वैली स्कूल से 1972 में और स्नातक तक की शिक्षा सेंट जेवियर कालेज, मुम्बई से पूर्ण की। उन्होंने हिन्दुजा लॉ कालेज, मुम्बई से एल0एल0बी0 की उपाधि प्राप्त की और 17 अक्तूबर, 1980 को बार कौंसिल महाराष्ट्र व गोवा के सदस्य बने।
जस्टिस वजीफदार ने मुम्बई उच्च न्यायालय में सिविल, संवैधानिक, कम्पनी और विवाचन मामलों में वकालत की। एडवोकेट के रूप में वे उच्चतम न्यायालय, विभिन्न उच्च न्यायालयों, ट्रिब्यूनल्स, जिला न्यायालयों आदि में उपस्थित हुए। उन्होंने 22 जनवरी 2001 को मुम्बई उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश पद की शपथ ली। 21 जनवरी, 2003 को उनकी नियुक्ति स्थायी न्यायाधीश के रूप में हुई। 15 दिसम्बर 2014 को मुम्बई उच्च न्यायालय से स्थान्तरण पर उन्होंने पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश पद का कार्यभार ग्रहण किया।