इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) के बीच चल रहे युद्ध को एक महीना पूरा हो चुका है और अभी भी यह खूनी जंग जारी है। इस युद्ध की वजह से गाज़ा (Gaza) में बड़े लेवल पर जान-माल का नुकसान तो हुआ ही है, इज़रायल में भी काफी नुकसान हुआ है। युद्ध की शुरुआत में करीब 5,000 रॉकेट्स के हमले ने इज़रायल को दहला दिया था। गाज़ा में तो इस युद्ध की वजह से संकट के हालात पैदा हो गए हैं, पर इज़रायल में भी एक ज़रूरत खड़ी हो गई है। यह ज़रूरत है करीब 1 लाख भारतीय मजदूरों की।
क्यों पड़ी इज़रायल में भारतीय मजदूरों की ज़रूरत?
इज़रायल और हमास के युद्ध के चलते इज़रायल से करीब 1 लाख फिलिस्तीनी मजदूरों को देश से वापस भेज दिया गया है। ऐसे में इज़रायली बिल्डर्स एसोसिएशन को नए मजदूरों की ज़रूरत है और वो चाहते हैं कि करीब 1 लाख भारतीय मजदूरों को काम करने के लिए वर्क परमिट दिया जाए।
पीएम नेतन्याहू से की मांग
इज़रायल के बिल्डर्स एसोसिएशन ने 1 लाख भारतीय मजदूरों की ज़रूरत के बारे में देश के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) को भी जानकारी दी है और मांग की है कि उनकी ज़रूरत को जल्द पूरा किया जाए।