चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने स्वर्ण जयंती वर्ष पर शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने, वीरों की प्रतिमाएं स्थापित करने, अम्बाला में बनने वाले शहीदी स्मारक में शहीद उधम सिंह की प्रतिमा स्थापित करने, प्रदेश के 28 प्रवेश द्वारों में से एक द्वार का नाम शहीद उधम सिंह रखने, शाहबाद बराडा रोड़ पर अधोया चौंक का नाम शहीद उधम सिंह चौंक रखने, पश्चिमी व उतरी हरियाणा में नगरपालिका से रिपोर्ट लेने के बाद हर शहर में एक-एक चौंक का नाम शहीद उधम सिंह रखने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री श्री मनेाहर लाल कुरुक्षेत्र में हरियाणा कांबोज सभा एवं प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज द्वारा शहीद उधम सिंह के 76वें शहीदी दिवस पर आयोजित विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कुरुक्षेत्र कांबोज धर्मशाला के लिए 21 लाख रुपए अनुदान राशि देने की घोषणा करने के साथ-साथ राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज और राज्य मंत्री कृष्ण बेदी की तरफ से भी मुख्यमंत्री ने 10-10 लाख रुपए देने की घोषणा की हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के कण-कण में वीरों की गाथा की महक और उज्ज्वल इतिहास समाया हुआ हैं। इन वीर सपूतों और इतिहास को बरकरार रखने के लिए प्रदेश के सभी लोगों को अपने स्वार्थाे को त्याग कर छोटे दायरे से निकलकर बड़े दायरे में प्रवेश करना होगा। इतना ही नहीं जात-पात, क्षेत्रवाद से उपर उठ कर हरियाणा एक-हरियाणवी एक के साथ जुडऩा होगा, तभी शहीद उधम सिंह जैसे महान वीरों के सपनों को हरियाणा बना सकेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम के सफल आयोजन पर राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज व हरियाणा कांबोज सभा के सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि शहीद उधम सिंह जैसे महान वीरों के बलिदान दिवस जैसे कार्यक्रमों से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। इस आजादी के लिए लाखों वीरों ने अपना खून बहाया है और यह आजादी सस्ते में नहीं मिली हैं। देश की इस सौगात को संभालकर रखना सबका कर्तव्य है। अगर इसमें कोताही बरती तो पडोसी देशों क निगाहे भारत पर ही टीकी हुई हैं।
जवानों के माध्यम से देश की सीमाओं की रक्षा की जा रही हैं, लेकिन देश को आगे बढाने के लिए देश के आमजन को अपनी मानसिकता बदलनी होगी और देश के लिए जीना सीखना होगा, इसके लिए सभी को निजी स्वर्थो का त्याग करना होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा को बने हुए 50 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। इस सुंदर अवसर पर एक नवम्बर 2016 से 31 अकटूबर 2017 तक विकास, संस्कार और प्रदेश की जनता को जिम्मेवार बनाना और जीवन की भावना बदलने को लेकर बड़े-बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।