Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम में अपनी मांगों को लेकर अब बिजली निगम कर्मचारी भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है. सरकार कर्मचारियों की मांगों को मान तो लेती है, लेकिन समझौते के तहत मांगों को लागू नहीं करती. यही कारण है कि कर्मचारी एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़ने वाले हैं. हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर यूनियन ने केंद्रीय कार्यकारिणी के सम्मान के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया है. इस दौरान कर्मचारी नेताओं ने सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है.
कर्मचारी नेता अशोक शर्मा और रविंद्र यादव ने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, कैशलैस मेडिक्लेम दिए जाने सहित उनकी कई अन्य ऐसी मांगे हैं. जिनके लिए सरकार के साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है. यूनियन पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान सरकार उनकी मांगे तो मान लेती है, लेकिन उन्हें लागू करने के नाम पर उनके साथ धोखा कर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि इसका खामियाजा सरकार को आने वाले चुनावों में भुगतने को मिलेगा. जल्द ही वह एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं. जल्द ही एक बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी.
मांगे पूरी नहीं हुई तो होगा चक्का जाम
कर्मचारी नेता यशपाल और मनोज सैनी ने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो हम चक्का जाम कर देंगे. इसके साथ-साथ यह भी कहा कि प्रदेश भर के सर्कल ऑफिस से कर्मचारी शामिल हुए, जिन्होंने केंद्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों का सम्मान किया. इसके साथ ही सरकार को चेता भी दिया है कि अगर सरकार कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं करती है तो बिजली निगम कर्मचारी सड़कों पर उतर जाएंगे और बिजली का काम काज पूरी तरह ठप्प कर देंगे. आपको बता दें कि इससे पहले भी बिजली कर्मचारियों की तरफ से सरकार के खिलाफ कई बार प्रदर्शन किए गए है. लेकिन सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी है.