ED on Vivekanand Shankar Patil: प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने शेतकारी कामगार पक्ष पार्टी 4 बार के विधायक और पनवेल, मुंबई के करनाला नगरी सहकारी बैंक लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष विवेकानंद शंकर पाटील के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने गुरुवार को उनके और उनसे जुड़े लोगों की लगभग 152 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। जांच एजेंसी ने ये कार्रवाई 540 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले के संबंध मामले की है। ईडी के मुताबिक इस मामले में अबतक कुल 386 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
2021 में हुए थे गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय ने साल पूर्व विधायक विवेकानंद शंकर पाटिल पर 67 जाली बैंक अकाउंट्स से धोखाघड़ी करने का के आरोप में 15 जून 2021 को गिरफ्तार किया था। पुलिस जांच में ये भी सामने आया था कि धोखाधड़ी साल 2008 से की जा रही थी।
फर्जी खातों से किए गए 560 करोड़ रु. की धोखाधड़ी
जांच एजेंसी ने 2019 में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज FIR के आधार पर जांच शुरू की थी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के निर्देश पर ऑडिट किए जाने के बाद मामला प्रकाश में आया था। ईडी मुताबिक साल 2019-20 में, जब यह पता चला कि पूर्व विधायक पाटिल 63 फर्जी लोन अकाउंट्स के जरिए बैंक से भुगतान कर कर्नाला चैरिटेबल ट्रस्ट और कर्नाला स्पोर्ट्स अकादमी को जमा किया था, जिनकी स्थापना और नियंत्रण पाटिल के हाथों में थी।