चंडीगढ़ : हरियाणा के कृषि मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का मजबूत होना सही होता है तथा कई मामलों में ऐसे में लोगों की भलाई के बारे उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है। जब सरकार ने किसान हित में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की है, तो बीमा कम्पनियों के नाम पर वे तरह-तरह की बयानबाजी दे रहे हैं, जबकि सबको मालूम है कि सभी प्रकार के बीमे चाहे वह स्कूटर को हो, गाड़ी का हो या व्यक्तिगत हो, बीमा कम्पनियां ही करती है। फसल बीमा योजना का उद्देश्य किसान की फसल खेत में सुरक्षित रखना है।
श्री धनखड़ आज सैक्टर 3 स्थित एमएलए होस्टल में लोगों की शिकायतें सुनने उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। एक प्रश्न के उत्तर में श्री धनखड़ ने कहा कि हम हर व्यक्ति को जोखिमफ्री बनाना चाहते हैं और इस कड़ी में कल से पशुपालकों के लिये जोखिम प्रबन्धन और पशुधन बीमा योजना की शुरूआत की जा रही है, जिसमें बड़े पशुओं जैसे कि गाय, भैंस, बैल, ऊंट इत्यादि के लिये 100 रुपये तथा छोटे पशु जैसे भेड़, बकरी, सुअर आदि के लिये 25 रुपये प्रीमियम से तीन वर्ष के लिये बीमा किया जाएगा और बीमा कम्पनियां पशुओं की मृत्यु होने पर मुआवजा देंगी। अनुसूचित जाति के पशुपालकों के लिये यह योजना नि:शुल्क है और उनसे किसी प्रकार का प्रीमियम नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कल जींद जिले के गांव निडाना में कई पशुओं के मारे जाने के बारे जानकारी मिलने पर उन्होंने स्वैच्छिक कोटे से भैंस के लिये 25,000 रुपये तथा छोटे कटड़े के लिये 10,000 रुपये देने की घोषणा की है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री धनखड़ ने कहा कि केन्द्र सरकार ने अटल पेंशन योजना व प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना भी आरम्भ की हैं, जिनके तहत आजीवन पेंशन तथा मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाओं की सुरक्षा के लिये हम कोई एक नई योजना की शुरूआत करते हैं।
फसल बीमा के बारे पूछे गए एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कृषि मंत्री ने कहा कि शायद कांग्रेस पार्टी के नेताओं को पता नहीं है पहले जब फसल पकाई के समय मौसम खराब हो जाता था, तो किसान के घर में चिंता हो जाती थी। यहां तक कि कईयों के घर में चूल्हा तक नहीं जलता था। जब तक अनाज घर नहीं आ जाता था, तब तक किसान को खेत-खलिहान में सोना पड़ता था। आज मशीनरी के युग में फसल काटने के साधन उन्नत हो गए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे 31 जुलाई तक अपनी फसलों का बीमा अवश्य करवाएं और कल से पशुओं का बीमा भी करवाना आरम्भ कर दें। आमजन को सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ लेना चाहिए।
1984 के दंगों के पीडि़तों को दिये गए 12.07 करोड़ रुपये के मुआवजे के बारे पूछे जाने पर श्री धनखड़ ने कहा कि सबको न्याय मिलना चाहिए। सरकार की ओर से सहयोग दिया गया है।