Canada on Palestine: दुनिया भर के आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगार बनने की तरफ चल निकले कनाडा ने अब इजराइल के साथ दोमुंहा गेम खेला है और फिलिस्तीन में इजराइली हमले में मारे गये लोगों के लिए दुख जताया है, जिसके बाद इजराइल के लोग कनाडा के ऊपर भड़क गये हैं। वहीं, कई कनाडाई एक्सपर्ट भी जस्टिन ट्रूडो की सरकार पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं।
कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा है, कि उन्होंने फिलिस्तीन के अथॉरिटी से बात की है और इजराइली हमले में मारे गये फिलिस्तिनियों को लेकर शोक जताया है।
कनाडा का डबल गेम
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जो भारत के खालिस्तानियों को अपने देश में संरक्षण दे रहे हैं, वो इजराइल विरोधियों को भी अपने देश में संरक्षण देते हैं। हमास ने जब इजराइल के ऊपर आतंकी हमला किया, तो कनाडा में फिलिस्तीन समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वही, अब कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है, कि उन्होंने फिलिस्तीनी अधिकारियों से बात की है। उन्होंने लिखा है, कि “फिलिस्तीनी प्राधिकरण के डॉ. रियाद मल्की से बात की है। मैंने फ़िलिस्तीनी नागरिकों की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त की है और इज़राइल पर हमास के आतंकवादी हमले की हमारी निंदा को दोहराई है। हिंसा रुकनी चाहिए और नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है।”
यानि, कनाडा ने इजराइली हमले में मारे गये आतंकियों को लेकर शोक जताया है, जिसको लेकर कनाडाई विशेषज्ञों ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। कनाडा के वरिष्ठ पत्रकार डेनियल बोर्डमैन ने मेलानी जोली के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कि “कनाडा की फॉरेन पॉलिसी टीम ने क्या फूंक लिया है।” वहीं, एक तरफ जहां कनाडाई विदेश मंत्री फिलिस्तीनी अथॉरिटी से बात कर रही हैं, वहीं कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्वीट कर इजराइल का पक्ष लेने की कोशिश की है। उन्होंने ट्वीट किया है, कि “हमास के हमले में जिन लोगों की जान चली गई है, हम उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पीस टॉवर को नीले और सफेद रंग (इजराइली झंडा) में रोशन कर रहे हैं और हमने पीस टॉवर, प्रधान मंत्री कार्यालय और संसद के पार झंडे झुका दिए हैं।”
कनाडाई प्रधानमंत्री के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के इंटरनेशनल रिलेशन एक्सपर्ट और थिंक टैंक ओआरएफ रिसर्च फाउंडेशन के सदस्य सुशांत शरीन ने जस्टिन ट्रूडो के ट्वीट को रीट्वीट करे हुए लिखा, कि “इस बीच हम कनाडा में आतंकवादियों को शरण देंगे और उन्हें इज़राइल में यहूदियों के नरसंहार का जश्न मनाने की अनुमति देंगे। आप देखते हैं, कि हममें इतना नशा है कि हम एक ही समय में कई वास्तविकताओं में रह सकते हैं। साथ ही, हम उन प्लंबरों के लिए भी एक स्मारक बनाएंगे जो आतंकवादी हैं।’ सुशांत शरीन का इशारा खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को लेकर था, जो प्लंबर बनकर कनाडा गया था और फिर खालिस्तान का खतरनाक आतंकवादी बन गया।