– कांग्रेस की सोच के कारण स्थानीय निकायों में महिलाओं को आरक्षण मिला
– भाजपा पर कटाक्ष, महिला हितैषी होने का दंभ भरने वाले तुरंत लागू कराएं
चंडीगढ़।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि लोकसभा व विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण दिलाना पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी का सपना था। महिलाओं को राजनीति में लाने की उनकी सोच के कारण ही कांग्रेस ने स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया। अब भाजपा की केंद्र सरकार को बिना किसी देरी के महिला आरक्षण को तुरंत लागू कराना चाहिए।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि वह खुद इस बात के लिए गौरवान्वित महसूस करती हैं कि राजीव गांधी की सोच के चलते पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने जब स्थानीय निकाय में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया तो वह खुद उस मंत्रिमंडल और सदन का हिस्सा थीं। उस समय बने कानून के कारण ही आज देशभर के स्थानीय निकायों में 15 लाख महिलाएं नेतृत्व संभाल रही हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि साल 2008 में कांग्रेस सरकार ने लोकसभा व विधानसभाओं में महिला आरक्षण विधेयक का राज्यसभा में पास भी करवा लिया था, लेकिन किन्हीं कारणों से अटक गया। महिलाओं को आरक्षण मिलने से राजीव गांधी का अधूरा रहा सपना पूरा हो जाएगा। केंद्र सरकार को चाहिए कि बिल पास होने के बाद इसकी तुरंत नोटिफिकेशन जारी करते हुए देश में तुरंत लागू करने का प्रावधान किया जाए। इस बिल को राज्यसभा व विधान परिषद में भी लागू करना चाहिए।
कुमारी सैलजा ने कहा कि लोकसभा के नए परिसीमन का इंतजार किए बिना मौजूदा सीटों पर भी इसे लागू करने की व्यवस्था मौजूदा सरकार को करनी चाहिए। महिलाएं पहले ही राजनीतिक जिम्मेदारी वहन करने का काफी इंतजार कर चुकी है, अब और इंतजार उन्हें नहीं कराना चाहिए। 15 साल तक लागू करने की बजाय इसे स्थाई तौर पर लागू किया जाना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने 2021 की जनगणना नहीं होने दी। यह भी नहीं बता रहे कि जनगणना कब होगी। ऐसे में देश की जनगणना के साथ ही जाति आधारित गणना भी कराई जानी चाहिए। लोकसभा व विधानसभा में महिला आरक्षण का कानून बनते ही इसे जनगणना की तरह लटकाने की बजाए तुरंत लागू करना चाहिए। साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए।
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अनाज मंडियों में धान के लग रहे है औने-पौने दाम:कुमारी सैलजा
भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की सुस्त नीति से किसान परेशान
चंडीगढ़, 20 सितंबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हरियाणा कांगे्रस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार की सुस्त चाल किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। सरकार ने अभी तक धान खरीद के लिए पॉलिसी तक जारी नहीं की है। ऐसे में सीएम सिटी करनाल के किसानों के साथ साथ अन्य जिलों में स्थिति बदतर होती जा रही है। बावजूद इसके सरकार दावा कर रही है कि वह किसानों की सच्ची हितेषी है और उसकी नीतियां किसानों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई जाती है।
मीडिया को जारी बयान में उन्होंने कहा है कि जब तक सरकार धान खरीद के लिए पॉलिसी जारी नहीं करेगा तब तक मंडियों में धान की खरीद की तैयारियां आगे नहीं बढ़ सकती और न ही बढ़ रही हैं। कई मंडियों में धान की आवक शुरू हो चुकी है पर किसान को मंडियो में धान का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। या तो धान को औने पौने दाम में बेचने को किसान मजबूर है या मंडी में ढेरी लगाकर उसकी रखवाली कर रहा है या मंडी में रखे धान को वापस अपने घर लेकर जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऊपर से तैयार फसल पर खराब मौसम की तलवार लटकी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार सत्ता के नशे में मस्त और बेखबर बैठी है। उसे किसानों की जरा भी चिंता नहीं, किसानों के हित को लेकर सारी घोषणाएं कागजों में सिमटकर रह जाती है। आज भी किसान मुआवजे के लिए भटक रहा है। उन्होंने कहा कि जब सरकार को पता था कि धान की फसल पककर तैयार हो चुकी है और मंडी में आने वाली है तो उसे सबसे पहल धान की खरीद को लेकर पॉलिसी बनानी चाहिए। धान मंडी में पड़ा है और सरकार बेफ्रिक है। सरकार ने किसानों को भगवान भरोसे छोड़ा हुआ हैद्व सरकार की नीतियों से परेशान हो चुका किसान आने वाले चुनाव में वोट की चोट से इस सरकार को उखाड़ फैंकेंगा।