संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू होने जा रहा है, जो 22 सितंबर तक चलेगा। ये सत्र ऐतिहासिक है, क्योंकि इसके पहले दिन की कार्यवाही पुराने संसद भवन में होगी। इसके एक दिन बाद सब कुछ नई संसद में शिफ्ट हो जाएगा, जिसका उद्घाटन मई में हुआ था।
वहीं संसद सत्र से जुड़ी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिसके तहत सबसे पहले मंत्रियों को नए भवन में कमरे अलॉट किए गए। सूत्रों के मुताबिक सरकार के 11 वरिष्ठ मंत्रियों को ग्राउंड फ्लोर पर कमरे मिले हैं। इसमें अमित शाह, स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, एस. जयशंकर, निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर आदि का नाम शामिल है।
इसके अलावा अन्य मंत्रियों को प्रथम तल (फर्स्ट फ्लोर) पर कमरे दिए गए हैं। इसमें गिरिराज सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पशुपति पारस, किरन रिजिजू आदि का नाम शामिल है। पुराने संसद भवन में भी यही व्यवस्था लागू थी। वहां पर वरिष्ठों को ग्राउंड फ्लोर के कमरे अलॉट किए गए थे।
नए भवन में है ज्यादा जगह पुरानी संसद का निर्माण 1921 में हुआ था। उस वक्त अंग्रेजों का शासन था। साथ ही देश की जनसंख्या भी कम थी। ऐसे में उसमें कम सांसदों के बैठने की व्यवस्था थी। इन सब वजहों से नए भवन का निर्माण सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तौर पर किया गया। इसमें कुल 1272 सांसद बैठ सकते हैं। सरकार के मुताबिक लोकसभा में 888 सदस्यों की जगह है, जबकि राज्यसभा में 384 सदस्य बैठ सकते हैं।
हर चीज हाईटेक पीएम मोदी शुरू से ही डिजिटल इंडिया पर ज्यादा फोकस कर रहे। इसकी छाप नए भवन में भी देखने को मिल रही। वहां पर ऐसी व्यवस्था की गई है कि डिजिटल रूप से सदन की कार्यवाही हो सके। इसके अलावा इसमें सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम हैं।
विशेष सत्र में क्या-क्या होगा?
सरकार इस सत्र में चार बिल पास करवाएगी। इसके अलावा जी20, अमृत महोत्सव आदि पर चर्चा हो सकती है। सरकार इस सत्र में इसरो की उपलब्धियां भी गिनवाएगी।