बॉलीवुड के जाने माने कलाकार गोविंदा इस वक्त विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं.
ओडिशा आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) (EOW) ने 13 सितंबर को कहा कि वे 1,000 करोड़ रुपये के अखिल भारतीय ऑनलाइन पोंजी घोटाले की जांच के संबंध में गोविंदा से पूछताछ करेंगे. अधिकारियों ने कहा कि कई देशों में ऑनलाइन उपस्थिति वाला सोलर टेक्नो एलायंस (एसटीए-टोकन) क्रिप्टो निवेश की आड़ में घोटाले के तहत अवैध रूप से एक पिरामिड-संरचित संचालन कर रहा था. ऑनलाइन पोंजी घोटाले में ईओडब्ल्यू द्वारा पूछताछ के लिए बॉलीवुड एक्टर गोविंदा (Govinda Scam) का नाम सामने आया है. एक्टर ने कथित तौर पर कुछ प्रमोशनल वीडियो में कंपनी के संचालन का समर्थन किया था.
पूछताछ के लिए भेजेंगे टीम
ईओडब्ल्यू के महानिरीक्षक जे एन पंकज ने बताया, “हम जल्द ही फिल्मस्टार गोविंदा से पूछताछ करने के लिए मुंबई में एक टीम भेजेंगे, जिन्होंने जुलाई में गोवा में एसटीए के भव्य समारोह में भाग लिया था और कुछ वीडियो में कंपनी का प्रचार किया था.”एक्टर न तो संदिग्ध है और न ही आरोपी. जांच के बाद ही उनके सही रोल का पता चल सकेगा. पंकज ने कहा, “अगर हमें पता चलता है कि उनका रोल उनके व्यावसायिक समझौते के अनुसार केवल उत्पाद (STAToken ब्रांड) के समर्थन तक ही सीमित थी, तो हम उन्हें अपने मामले में गवाह बना देंगे.” कंपनी ने भद्रक, क्योंझर, बालासोर, मयूरभंज और भुवनेश्वर में 10,000 लोगों से 30 करोड़ रुपये इकट्टठा किए.”
16 अगस्त को किया था गिरफ्तार
घोटाले के तहत, उन्होंने बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड और अन्य राज्यों में निवेशकों से लाखों रुपये जमा किए. यह भी बताया गया कि ईओडब्ल्यू ने कंपनी के देश और ओडिशा प्रमुख क्रमश गुरतेज सिंह सिद्धू और निरोद दास को 7 अगस्त को गिरफ्तार किया है. भुवनेश्वर स्थित निवेश सलाहकार रत्नाकर पलाई को सिद्धू के साथ संबंध के आरोप में 16 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. कंपनी के प्रमुख हंगरी के नागरिक डेविड गीज़ के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किए गए थे.