Independence Day 2023: आज पूरा देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने 10वें संबोधन में महान विभूतियों का जिक्र कर समृद्ध विरासत की याद दिलाई।
Independence Day 2023: आज पूरा देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने 10वें संबोधन में महान विभूतियों का जिक्र कर समृद्ध विरासत की याद दिलाई। उन्होंने इस दौरान देश के विकास से लेकर मणिपुर हिंसा तक हर मुद्दे पर लोगों को सरकार की रीती और नीति से अवगत कराया। पीएम मोदी अपने संबोधन में देशवासियों शब्द का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इस बार पीएम मोदी ने लगातार परिवारजन शब्द इस्तेमाल किया। प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण को लेकर किसी का नाम लिए बगैर विरोधी दलों पर जमकर निशाना भी साधा। पीएम मोदी के संबोधन में सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए भविष्य के लिए रोडमैप का भी जिक्र किया।
अगले साल मैं फिर आऊंगा
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में मैंने परिवर्तन लाने का वादा किया था। आप देशवासियों ने मुझपर भरोसा किया। मैंने आपसे किए वादे को विश्वास में बदल दिया। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा। अगली 15 अगस्त को फिर आउंगा।
कम ब्याज पर घर खरीदने की मिलेगी सुविधा
लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मध्यम वर्ग के लोगों को कम ब्याज पर घर खरीदने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग के लिए एक योजना लेकर आ रहे है। जो शहरों में रहते है लेकिन किराए के मकान मे रहते है। अनधिकृत कॉलोनियों में रहते है। ऐसे परिवारजन अगर अपना मकान बनाना चाहते है तो चेक से जो कर्ज मिलेगा, उसके व्याज में राहत देकर हमने लाखो रुपये की मदद करने का फैसला लिया गया है।
परिवारवाद और तुष्टीकरण ने किया देश को बर्बाद
लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है। किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है। उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए। पीएम मोदी ने कहा कि मैं यह बात अपने देश की क्षमता और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर कहता हूं…लेकिन समय की मांग तीन बुराइयों से लड़ने की है- भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण।
हमारी बेटियों की सुरक्षा समाजिक-परिवारिक दायित्व
देश की जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे शरीर का कोई अंग अविकसित रहे, तो हमारा शरीर विकसित नहीं माना जाएगा। वैसे ही भारत का भूभाग विकास से दूर रहे तो हम ये नहीं मान सकते कि हमारी भारत माता का विकास हुआ है। मेरे परिवारजनों भारत लोकतंत्र की जननी है। देश की एकता की बात करता हूं मणिपुर में हिंसा होती है, महाराष्ट्र में दुख होता है। असम में बाढ़ आती है, दुख केरल में होता है। हमारी बेटियों पर अत्याचार न हो ये हमारा समाजिक और परिवारिक दायित्व है।
पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें
1. प्रधानमंत्री ने लाल कीले की प्रचारी से अपने संबोधन की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि, इस वक्त जो हम फैसले लेंगे उसका असर आने वाले 1000 वर्षों तक देखने को मिलेगा. हम आने वाला कल लिख रहे हैं देश का भाग्य लिख रहे हैं. उन्होंने देश के बेटे-बेटियों से कहा जो भाग्य हमें मिला है वो नसीब से प्राप्त होता है. इस स्वतंत्रता को आजादी को गंवाना नहीं है.
2. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश ने जो कमाल किया उसका असर सिर्फ दिल्ली, मुंबई या फिर मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं है बल्कि इसका असर देश के छोटे शहरों यानी टीयर टू और थ्री सिटी में भी देखने को मिल रहा है. देश का सामर्थ्य छोटे शहरों से भी बाहर आ रहा है.
3. पीएम मोदी ने कहा कि, देश में मौकों या अवसरों की कोई कमी नहीं है. देश में विशेष शक्ति जुड़ रही है. ये शक्ति है मां और बहनों और बेटियों की. इतना ही नहीं देश में किसानों की शक्ति भी तेजी से जुड़ रही है. कृषि के क्षेत्र में भी देश नए कीर्तिमान रच रहा है.
4. लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन लोगों और बहादुरों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंन देश की आजादी में अपना अमूल्य योगदान दिया. बीते दिनों मणिपुर में भी हिंसा का दौरा चला. माता और बहनों के साथ दुर्व्यव्हार हुआ, लेकिन अब स्थिति नियंत्रण में है. तेजी से स्थिति सामान्य हो रही है. शांति लौट रही है. केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार भी शांति बहाली पर काम कर रही है.
5. पीएम मोदी ने कहा कि देश ग्लोबल-20 समिट की मेहमाननवाजी कर रहा है. ये सामर्थ्य और विश्वास देश को नई ऊंचाईयों पर ले जा रहा है. दुनिया भारत को जानने और समझने की कोशिश कर रही है. भारत का निर्यात भी तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना काल के बाद से ही दुनिया नए सिरे से सोच रही है, मुझे विश्वास है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद दुनिया ने जो लिया था, वहीं कोविड-19 जैसी महामारी के बाद ग्लोबल ऑर्डर, नया पॉलिटिकल इक्वेशन आगे बढ़ रहा है.
6. स्वाधीनता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वकर्मा योजना का भी ऐलान किया. उन्होंने कहा देश में पीएम स्वानिधी योजना, आवास योजना से बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे हैं. आने वाले वक्त में देश में विश्वकर्मा जयंति के मौके पर 13-15 हजार करोड़ रुपए से नई ताकत देने के लिए हम विश्वकर्मा योजना शुरू करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि हमने अलग आयुष मंत्रालय बनाया. योग और आयुष देश ही नहीं दुनिया में भारत का परचम लहरा रहा है. उन्होंने कहा जब हम 2014 में सरकार में आए थे उस दौरान भारत दुनिया की 10वीं अर्थव्यवस्था पर काबिज था, जल्द ही ये दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
7. आजादी के 77वें वर्ष पर पीए मोदी ने कहा कि देश में बीते 9 वर्षों के अंदर 8 करोड़ कारोबार शुरू हुए हैं. भारत सरकार 10 लाख करोड़ रुपए यूरिया सब्सिडी दे रहा है. मुद्रा योजना 20 लाख करोड़ रुपए युवाओं को अपने कारोबार के लिए दिए हैं. वन रैंक वन पेंशन योजना सेना के नायकों और उनके परिवार के लोगों तक पहुंच रहा है.
8. पीएम मोदी ने कहा देश में आने वाले दिनों में 25000 जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे. मौजूदा समय में 10 हजार औषधी केंद्र खोले जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि महंगाई को नियंत्रित करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं. देश में 75000 अमृत सरोवर बनाने का काम चल रहा है. पूरी दुनिया महंगाई के दौर से गुजर रही है. ये हमारी मजबूरी है कि हमें कई चीजें आयात करना पड़ती है. इसके साथ-साथ महंगाई भी इंपोर्ट हो जाती है. हालांकि अब लोकल को वोकल किया जा रहा है और इसमें कुछ हद तक कामयाब भी हुए हैं.
9. आजादी के 77वें जश्न के दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी है. जो भारत को बहुत आगे ले जाएगी. उन्होंने कहा मां भारती जागृत हो चुकी है, पूरी दुनिया में भारत के प्रति एक नई आशा और नया विश्वास पैदा हुआ है. पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में जिन योजनाओं और अभियानों का उद्घाटन किया उनको पूरा करने का काम भी हमारे ही कार्यकाल में किया गया. मुझे यकीन हैं अभी जिन योजनाओं का शीलान्यास किया जा रहा है उनको पूरा भी हमारी ही सरकार करेगी.
10. भारत की एकता पर आंच न आए ऐसी हमारी भाषा और कदम होना चाहिए. इस सोच से ही आगे बढ़ना है.