Germany World War II Bomb: जर्मनी (Germany) में डसेलडोर्फ (Dusseldorf) में अधिकारियों ने 13 हजार लोगों को अस्थायी रूप से अपने घर को छोड़ने आदेश दिया है.
दूसरे विश्वयुद्ध (World War II) के समय का बम पाए जाने के अधिकारियों ने इस तरह का कदम उठाया है. जर्मन समाचार आउटलेट डॉयचे वेले (DW) ने कहा कि पुलिस और बम दस्ते ने बिना फटे बम को नष्ट करने के लिए एक अभियान चलाया है और एहतियातन लोगों को घर छोड़ने को कहा गया है. एक टन वजनी इस बम के बारे में जानकारी सात अगस्त को हुई थी. अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि इसकी खोज शहर के चिड़ियाघर के पास वर्किंग आवर्स के दौरान की गई थी.
जमीन के नीचे दबे हुए हैं बम
गौरतलब है कि समय-समय पर ऐसी रिपोर्टें सामने आती रहती हैं जिनमें कहा जाता है कि विश्वयुद्धों के बचे हुए हजारों बम आज भी जर्मनी में जमीन के नीचे दबे हुए हैं. अब एक ऐसा मामला डसेलडोर्फ से सामने आया है. फिलहाल, अधिकारियों ने बम के स्थान के 500 मीटर के दायरे में सभी निवासियों को क्षेत्र खाली करने का आदेश दिया है. इतना ही नहीं आसपास की सड़कों को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था.
पहले भी मिल चुके हैं बम
जर्मनी में इस तरह की ये पहली घटना नहीं है. 2017 में फ्रैंकफर्ट में 1.4 टन का बम मिला था. फ्रैंकफर्ट में बम मिलने के बाद तब 65 हजार लोगों को घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था. दिसंबर 2021 में म्यूनिख स्टेशन के पास एक निर्माण स्थल पर द्वितीय विश्वयुद्ध का बम विस्फोट हुआ था, जिसमें चार लोग घायल हो गए थे और रेल यातायात बाधित हो गया.
जर्मनी में गिराए गए थे बम
बता दें कि स्मिथसोनियन नाम की मैगजीन के अनुसार 1940 और 1945 के बीच, अमेरिकी और ब्रिटिश वायुसेना ने यूरोप पर 2.7 मिलियन टन बम गिराए थे जिनमें से आधे जर्मनी पर गिरे थे. आज भी हालात ये हैं कि जर्मीनी में कई बार जमीन के नीचे हम मिल जाते हैं और ऐसी समस्या आने पर एहतियात लोगों के उनका आवास कुछ समय के लिए छोड़ना पड़ता है.