US On Mewat Clash: हरियाणा के मेवात में भड़के सांप्रदायिक हिंसा को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग ने दोनों ही पक्षों से शांति बरतने की अपील की है।
शांति का आह्वान करते हुए, संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार को हरियाणा में झड़पों में शामिल पक्षों से हिंसक कार्रवाई से दूर रहने का आग्रह किया और कहा, कि लड़ाई में कोई भी अमेरिकी प्रभावित नहीं हुआ है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बयान दिया।
जब मिलर से “मेवात में हिंदू-मुस्लिम झड़पों” पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया, तो मिलर ने कहा, कि “मैं झड़पों के संबंध में ये कहूंगा, जाहिर तौर पर हम हमेशा की तरह, शांति का आग्रह करेंगे और पार्टियों से हिंसक गतिविधियों से परहेज करने का आग्रह करेंगे।”
उन्होंने कहा, कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि झड़पों से कोई अमेरिकी नागरिक प्रभावित हुआ है या नहीं, उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर दूतावास से संपर्क करेंगे। आपको बता दें, कि इस हफ्ते हरियाणा में भड़के सांप्रदायिक झड़पों में छह लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हो गए हैं। झड़पें सोमवार को नूंह में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की एक रैली के दौरान शुरू हुईं। बताया गया है, कि रैली पर मुस्लिम पक्षों की तरफ से पहले पत्थरबाजी की गई, जिसके बाद मंगलवार को भीड़ ने कथित तौर पर, गुड़गांव में एक मस्जिद को जला दिया और एक नायब इमाम की हत्या कर दी।
रिपोर्ट के मुताबिक, मेवात-नूंह में भड़की हिंसा गुरुग्राम तक पहुंचने के बाद अर्द्धसैनिक बलों की 20 टुकड़ियों को हिंसा रोकने के लिए तैनात किया गया है। वहीं, नूंह के साथ साथ पलवल, मानेसर, सोहाना और पटौदी में इंटरनेट को फिलहाल ब्लॉक कर दिया गया है। हालांकि, अब स्थिति पर काबू पा लिया गया है और रैपिड एक्शन फोर्स ने कई जगहों पर मार्च निकला है, जबकि आज विश्व हिन्दू परिषद ने देशव्यापी धरना-प्रदर्शन का आह्लान किया है, जबकि हिंसा को फैलने से रोकने के लिए राजस्थान के साथ साथ उत्तर प्रदेश में भी पुलिस अलर्ट पर है। वही, राजस्थान के भरतपुर में हालात तनावपूर्ण देखते हुए धारा-144 को लागू कर दिया गया है।