सरकार विधानसभा सत्र की तुरंत तारीख तय करे ताकि प्रकाश कमेटी की रिपोर्ट पर व्यापक चर्चा हो सके -नेता प्रतिपक्ष
कांग्रेस व भाजपा अंदरखाने मिले हुए हैं इसीलिए इनेलो की चार्जशीट पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की जा रही- इनेलो
चंड़ीगढ़ : इनेलो के वरिष्ठ नेता व हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट को तुरंत सार्वजनिक किए जाने और इस बात का भी खुलासा किए जाने की मांग की है कि हरियाणा के किन-किन मंत्रियों व भाजपा विधायकों ने प्रकाश सिंह से मुलाकात कर दबाव डालने का प्रयास किया था। इनेलो नेता ने कहा की सरकार अपनी नाकामी छिपाने और भाजपा से जुड़े हुए लोगों जोकि प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से इस आंदोलन को हवा देने व प्रदेश को आग के हवाले करने के लिए जिम्मेदार हैं उन्हें बचाने के लिए इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं कर रही। इनेलो नेता ने मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश के 31 लोग बेवजह मारे गए और हजारों करोड रुपए की संपत्ति बर्बाद हुई है, इसलिए प्रदेश की जनता को यह जानने का अधिकार बनता है कि वह इन घटनाओं के पीछे कौन से तत्व काम कर रहे थे और उनकी असलियत सामने आ सके। पत्रकार सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, जसविंदर सिंह संधू, वेद सिंह मलिक, रामपाल माजरा, रणबीर गंगवा, आरएस चौधरी, बीडी ढालिया, राम सिंह बराड, एनएस मल्हान, कुलभूषण गोयल व प्रवीण आत्रेय भी मौजूद थे।
इनेलो नेता ने कहा कि सरकार ने डीएसपी व एसडीएम स्तर के 13 अधिकारियों को निलंबित करके उन्हें सजा दी है जबकि उन्हीं जिला मुख्यालयों पर डीसी-एसपी से लेकर कमीशनर व आईजी लेवल के अधिकारी भी तैनात थे। ऐसे में सरकार को यह बताना चाहिए कि जिन लोगों को निलंबित किया गया है उनके खिलाफ क्या आरोप व सबूत पाएंगे और इस आंदोलन के दौरान मारे गए जिन लोगों को बेकसूर बताते हुए सरकार ने राहत राशि दी है उन्हें किस आधार पर बेकसूर और जिन 22 लोगों को कसूरवार ठहरा कर राहत राशि देने से इंकार किया गया है वे किस तरह से कसूरवार ठहराए गए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इनेलो की मांग पर सरकार ने रिटायर्ड न्यायधीश श्री झा की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग का गठन किया है। ऐसे में जब न्यायिक आयोग का गठन हो गया तो फिर प्रकाश सिंह रिपोर्ट का कोई औचित्य नहीं रह जाता था अब जब सरकार ने उस रिपोर्ट के आधार पर कुछ लोगों को निलंबित किया है और कुछ अन्य के खिलाफ कारवाई की है तो सरकार को यह सार्वजनिक करना चाहिए की प्रकाश कमेटी ने जिन 90 लोगों को जिम्मेवार या दोषी ठहराया है तो उनके खिलाफ क्या आरोप हैं?
इनेलो नेता ने कहा कि अब तो खूद प्रकाश सिंह ने उनकी रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने की न सिर्फ मांग की है, बल्कि यह भी कहा है की जांच के दौरान सरकार के कई मंत्री और विधायक भी उनसे मिले थे और उनपर काफी दबाव था। नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश सरकार से विधानसभा सत्र के लिए तुरंत तारीख तय करने की भी मांग की ताकि विधानसभा सत्र में इस रिपोर्ट पर और जिम्मेवार लोगों के खिलाफ की गई व होने वाली कार्यवाही पर भी व्यापक चर्चा हो सके । इनेलो नेता ने कहा कि सरकार द्वारा यह कहा जा रहा है की रिपोर्ट को हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा जबकि न तो हाईकोर्ट ने इस रिपोर्ट को पेश करने के लिए आदेश दिए हैं और न ही इस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने पर कोई रोक लगाई है। उन्होंने कहा कि अदालत तो प्रकाश कमेटी की वैधता और उसके कानूनी अस्तित्व पर भी प्रश्नचिंह लगा चुकी है। अब सरकार इस मामले में जानबूझकर ढुलमुल रवैया अपना रही है।
इनेलो नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पास गृह विभाग का चार्ज भी है और गृहमंत्री होने के नाते वह प्रदेश में घटी इन घटनाओं की जिम्मेवारी से भाग नहीं सकते। सवालों के जवाब में इनेलो नेता ने कहा कि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज मंत्रिमंडल में काफी वरिष्ट और ईमानदार मंत्री होने के साथ-साथ वे प्रदेश हितों को लेकर चिंतित भी रहते हैं। इसलिए उन्हें लोगों की शंकाओं को दूर करवाने के लिए स्टैंड लेकर प्रकाश कमेटी की रिपोर्ट को तुरंत सार्वजनिक करवाना चाहिए।
सवालों के जवाब में इनेलो नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने भूपेंद्र हुड्डा की सरकार द्वारा पिछले 10 सालों के दौरान किए गए घोटालों की जांच की मांग करते हुए राज्यपाल व प्रदेश सरकार 400 पृष्ठों की चार्जशीट सौंपी थी लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। इनेलो नेता ने कहां थी भूपेंद्र हुड्डा आज बदले की कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं जबकि उन्होंने निर्दोष होते हुए भी ओमप्रकाश चौटाला व अजय सिंह चौटाला सहित इनेलो नेताओं को झूठे मामलों में षडयंत्र के तहत फंसाया था। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश में घटी हिंसक घटनाओं के लिए कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा भी बराबर की जिम्मेदार है।
इनेलो नेता ने राज्यसभा चुनाव के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि इनेलो राजनीतिक मामलों की कमेटी पीएसी की अगले कुछ दिनों में बैठक करके राज्यसभा चुनाव के बारे में अपनी भावनाओं से इनेलो प्रमुख को अवगत करवाएंगे और इनेलो प्रमुख की अंतिम मंजूरी के बाद ही राज्यसभा चुनाव का फैसला लिया जाए। इनेलो नेता ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने 10 साल तक प्रदेश को दोनों हाथों से लूटा और उनके खिलाफ कार्यवाही करने की बजाए सरकार कुंभकरण की नींद सोई हुई है इसलिए उन्हें बार बार सरकार को चिट्ठी लिखकर सतर्क करना पड़ता है। इनेलो नेता ने कहा कि वे कल और एक और पत्र लिखकर एक अन्य घोटाले की तरफ सरकार का ध्यान दिलाने के लिए उसे उजागर करेंगे ताकि सरकार घोटालेबाजों के खिलाफ कार्यवाही कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस व भाजपा आपस में अंदरखाने मिले हुए हैं इसीलिए इनेलो की चार्जशीट पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की जा रही।