इनेलो द्वारा भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ दी गई चार्जशीट पर तुंरत कार्रवाई हो
चंड़ीगढ़ : हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने प्रकाश सिंह कमेटी की प्रासंगिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जांच कमेटी के चेयरमैन पर मंत्रियों एवं विधायकों के दबाव की चर्चा सार्वजनिक होने पर अब यह भी सार्वजनिक होना चाहिए कि आखिर दबाव डालने वाले मंत्री व विधायक कौन हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए सरकार की ओर से गठित प्रकाश सिंह कमेटी के चेयरमैन प्रकाश सिंह द्वारा इस बात का खुलासा किए जाने के बाद अब इस रिपोर्ट को जनहित में सार्वजनिक किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इनेलो ने इस सारे मामले में सरकार को ही इस आगजनी के लिए दोषी बताया था और प्रकाश सिंह कमेटी की ओर से दिए गए इस बयान के बाद कमोबेश सरकार का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। इनेलो नेता ने स्थानीय निकाय चुनावों में इनेलो समर्थक प्रत्याशियों की शानदार जीत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं व प्रत्याशियों को भी बघाई दी।
इनेलो नेता ने कहा कि इस रिपोर्ट में 90 अधिकारियों को दोषी माना गया है जबकि धरातल पर केवल 13 अधिकारियों को ही बलि का बकरा बनाया गया है। उन्होंने प्रश्र किया कि जिन जिलों में आगजनी हुई उनमें कमिश्रर, डीसी व आईजी स्तर के अधिकारी भी मौजूद थे मगर उन पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि वास्तव में इस एक सदस्यीय कमेटी के गठन का उद्देश्य सरकार की लापरवाही को ढकना था मगर इस कमेटी के चेयरमैन के बयानों के बाद सारी स्थिति उजागर हो गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में मुख्यमंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ की गई कार्रवाई पर बोलते हुए इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि अभी तो महज 3 मामले ही दर्ज हुए हैं, ऐसे में वे इसे राजनीतिक द्वेष की भावना से की गई कार्रवाई बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन मामलों के दर्ज होने के बाद से हुड्डा के बयान से यह साबित होता है सत्ता में आने के बाद से कोई भी कार्रवाई राजनीतिक द्वेष से ही होती है और ऐसे में कांग्रेस शासन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, डॉ. अजय सिंह चौटाला व शेरसिंह बडशामी के खिलाफ भी की गई कार्रवाई भी पूरी तरह से राजनीतिक द्वेष से की गई थी। उन्होंने कहा कि करीब दो साल पूर्व इनेलो ने महामहिम राज्यपाल को कांग्रेस शासन में हुए घपलों और घोटालों की जांच के लिए 400 पेजों की चार्जशीट सौंपी थी, मगर अभी तक कार्रवाई के लिए भाजपा सरकार केवल और केवल आश्वासन तक ही सीमित है।
इनेलो नेता नेे कहा कि मौजूदा सरकार सही मायने में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच करे तो उनके खिलाफ करीब 400 मुकदमे दर्ज होने चाहिएं। सिरसा में थेहड़ मोहल्ले के 20 हजार लोगों के सिर से आशियाने छिनने के मामले में इनेलो नेता ने कहा कि ये मुद्दा नया नहीं है। पिछले लंबे समय से अनेक राजनीतिक दलों ने यहां के लोगों को केवल वोटबैंक के लिए ही इस्तेमाल किया है। इस मुद्दे पर इनेलो का स्पष्ट स्टेंड है कि इन लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था सबसे पहले होनी चाहिए। सरकार को इसके लिए जिम्मेदारी के साथ पहलकदमी होनी चाहिए। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि एक ओर प्रदेश सूखे की मार से गुजर रहा है और लोगों को बिजली पानी के घोर संकट का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री प्रदेश में विकास रैलियां कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है।