‘मोदी सरनेम’ मामले में राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता देशभर में मौन सत्याग्रह करेंगे। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) से शामिल होने का आह्वान किया है।
वेणुगोपाल के अनुसार, कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए आगामी 12 जुलाई को कांग्रेस सभी राज्य मुख्यालयों में गांधी प्रतिमाओं के सामने एक विशाल एक दिवसीय ‘मौन सत्याग्रह’ (मौन विरोध) आयोजित करेगी।
गुजरात उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को ‘मोदी सरनेम’ से जुड़े मानहानि के मामले में राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। हाईकोर्ट ने सुनवाई के करीब दो महीने बाद आदेश पारित करते हुए सूरत के सत्र न्यायालय के आदेश को बरकरार रखा।
मोदी सरनेम पर कर्नाटक के कोलार में 2019 के आम चुनाव के दौरान राहुल गांधी की टिप्पणी के खिलाफ गुजरात के सूरत में मानहानि का मामला दर्ज कराया गया। चार साल के बाद राहुल को इसी साल दो साल की सजा मिली।
इस मामले में भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी से माफी मांगने को कहा था। कोर्ट ने मानहानि का दोषी पाया और पूछा कि क्या राहुल गांधी माफी मांगेंगे? इस पर राहुल ने कहा था कि वे सावरकर नहीं हैं, किसी भी सूरत में माफी नहीं मांगेंगे।
हाईकोर्ट स्तर तक अपील के तमाम अवसरों पर राहुल गांधी को निराशा हाथ लगी है। सेशंस कोर्ट के बाद सूरत की एक अन्य निचली अदालत से भी राहुल को कोई राहत नहीं मिली थी।
आपराधिक मानहानि मामले में राहुल को दो साल की सजा हुई है। ऐसे में उनकी लोक सभा सांसदी छिन चुकी है। सजा पर रोक नहीं लगने की सूरत में राहुल को सात साल तक सियासी गतिविधि से दूर रहना पड़ेगा।
राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने आहत होने का जिक्र किया था। अब इस मामले में कांग्रेस आगामी 12 जुलाई को मौन सत्याग्रह करना है। पार्टी महासचिव ने सभी से शामिल होने का अनुरोध किया है।