डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी व्यवस्था बलदने के लिए जानी जाती है। इस देश में जब चुनाव होते थे तो अमेरीका, पाकिस्तान, हिंदु मुसलमान की बात होती थी। पहली बार देश की राजनीति में अरविंद केजरीवाल ने स्कूल, अस्पताल, बिजली और पानी की बात की। आजादी के 78 साल बीतने के बाद भी यदि हम मुलभूत सुविधाएं नहीं दे सकते तो सत्ता पर बैठने का कोई हक नहीं है। दिल्ली के लाेगों ने एक ईमानदार सरकार को चुना। उस ईमानदार सरकार ने दिल्ली के सभी स्कूलों को वर्ल्ड क्लास बना दिया। अमेरीका के राष्ट्रपति की पत्नी भारत आती है तो अरविंद केजरीवाल के स्कूलों को देखती है। दिल्ली में चार लाख बच्चों ने प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में वर्ल्ड क्लास अस्पताल बनाए, जहां पर 24 घंटे मुफ्त दवाई, आधुनिक मशीनें और प्रशिक्षित डॉक्टरों का प्रबंध किया। हर गांव में मोहल्ला क्लीनिक बनाए, हर महिला के लिए बस यात्रा, बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा मुफ्त की। शहीद के परिवार को एक करोड़ रुपए सम्मान राशि दी। अरविंद केजरीवाल ने किसानों की लड़ाई लड़ी और युवाओं को नौकरी दी। उसके बाद भी मुनाफे का बजट दिया। जब दिल्ली और पंजाब विकसित होने लगा तो देश का तानाशाह प्रधानमंत्री मोदी डरने लगे कि अब सारा देश सुविधाएं मांगेगा। तो उसने अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी पर दाग लगाने के लिए योजना बनाई और झुठे केस में आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डाल दिया। लेकिन अरविंद केजरीवाल डरे नहीं और जेल से सरकार चलाई।
उन्होंने कहा कोर्ट ने सीबीआई को सरकार का तोता बताया और कोर्ट ने कहा कि सरकार ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के लिए ताकत का गलत इस्तेमाल किया है और अरविंद केजरीवाल का इस केस से दूर दूर तक कोई संबंध नहीं है। अरविंद केजरीवाल जब जेल से बाहर आए तो इन्होंने कहा कि जब राम जी वनवास काटकर अयोध्या आए थे तो माता सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी। मुझ पर भी इन भ्रष्टाचारियों ने लांच्छन लगाया है। मैं इस लांच्छन के साथ नहीं जी सकता। अरविंद केजरीवाल ने इनसे तो टक्कर ली लेकिन अब दिल्ली की जनता बीच जाऊंगा और अग्निपरीक्षा दूंगा। जब दिल्ली की जनता कहेगी कि मैं ईमानदार हूं तब दिल्ली की कुर्सी पर बैठूंगा।