राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता मिली है। NIA ने लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी विक्रमजीत सिंह बरार उर्फ विक्रम बरार को UAE से भारत के लिए निर्वासित किए जाने के बाद गिरफ्तार किया है। NIA विक्रम बरार को यूएई से भारत लेकर आ गई है।
विक्रम बरार पर सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है। वह यूएई फरार हो गया था। विक्रम टारगेट किलिंग और एक्सटॉर्शन समेत 11 मामलों में वांटेड रह चुका है। उसके खिलाफ 11 लुक आउट नोटिस खुल चुके थे।
NIA उसे भारत वापस लाने के लिए एनआईए की एक टीम संयुक्त अरब अमीरात गई थी। विक्रम की गिरफ्तारी कर आतंकी-गैंगस्टर-तस्कर सांठगांठ मामले में बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
विक्रम बराड़ का पूरा नाम विक्रमजीत बराड़ है। विक्रम राजस्थान के हनुमानगढ़ का रहने वाला है। बराड़ के खिलाफ कई राज्यों में दो दर्जन से आपराधिक मामले दर्ज हैं। विक्रम बराड़, राजस्थान का नामी गैंगस्टर है और वह मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल का करीबी रहा है।
जब आनंदपाल मारा गया तो बराड़ के संबंध उसके भाई से हो गए। कुछ समय बाद उसका संपर्क बिश्नोई गिरोह के साथ हुआ और बताया जाता है कि लॉरेंस ही वह शख्स था, जिसने उसे विदेश भेजने का काम किया। इससे पहले बिश्नोई गिरोह ने गोल्डी बराड़ को कनाडा भागने में मदद की थी।
टारगेट किलिंग के अलावा वह खतरनाक गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ जैसे अपराधियों की मदद से भारत में हथियारों की तस्करी और जबरन वसूली के मामलों में शामिल रहा है। विक्रम बराड़ सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने के लिए भी चर्चित रहा है।
इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियों को सचिन बिश्नोई के रूप में एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सचिन बिश्नोई सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड और लॉरेश विश्नोई का रिश्तेदार है। सचिन बिश्नोई को अजरबैजान में हिरासत में लिया गया।
भारतीय सुरक्षा एजेंसिया जल्द ही अजरबैजान से सचिन विश्नोई का प्रत्यर्पण करेंगी। जिसके बाद उसे भारत लाया जाएगा। सचिन पर आरोप है कि उसने सिद्धू मुसेवाला की हत्या की प्लानिंग की थी। इसमें सफल होने के बाद वह फर्जी पासपोर्ट के सहारे अजरबैजान भाग गया था।