चंडीगढ़ : हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि प्रदेश सरकार ने फसल बीमा योजना के 300 करोड़ रूपये स्वीकृत किए हैं और इतनी ही धनराशि केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी। जिससे किसानों को खराब फसल का मुआवजा मिल सकेगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा सरकार किसान हित में कई योजनाएं बना रही हैं, इन योजनाओं को अपनाने से ही इनकी सार्थकता साबित होगी।
कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ गुरूवार को जिला झज्जर के बादली हलके का दौरा किया और कृषि मंत्री ने याकुबपुर, दादरी तोय, कुकडौला, बाकनौला, मुनिमपुर, कलोई, सुरहा, जहांगीरपुर, उखलचना(कोट), बोडिय़ा, पाहसौर, लाडपुर, पेलपा, निमाना, सौंधी व फतेहपुर में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। इस दौरान उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश सरकार ने फसल बीमा योजना के 300 करोड़ रूपये स्वीकृत किए हैं और इतनी ही धनराशि केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी। किसानों के लिए फसल बीमा योजना को अमलीजामा पहना दिया है। योजनाओं को अपनाने से ही इनकी सार्थकता साबित होगी। किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिए प्रीमियम की मात्र दो प्रतिशत धनराशि जमा करवानी होगी और योजना के लागू होने से किसानों को फसल खराबे का पूरा मुआवजा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि गौ सरंक्षण तथा गौ संवर्धन के लिए देश में सबसे उत्तम कानून व नीति बनाकर लागू की गई है। उनका प्रयास है कि गाय के दूध को एनसीआर की मार्केटिंग उपलब्ध कराया जाएगा, इसके लिए वीटा ने प्लांट तैयार किया गया है।प्रधानमंत्री जन धन बीमा योजना, प्रधानमत्री दुर्घटना बीमा योजना, फसल बीमा योजना, पशु धन बीमा योजना लोगों की उम्मीदों पर खरा उतर रही है। मात्र 12 रूपये में दो लाख रूपये तक बीमा योजना लाभ आम आदमी की पंहुच में हैं। उन्होने कहा कि पशु बीमा योजना पशु पालकों के लिए वरदान साबित हो रही है। उन्होंने ग्राम पंचायतों से कहा कि इन योजनाओं का लाभ आमजन तक मार्गदर्शक की भूमिका निभाए।
कृषि मंत्री ने दादरी तोय के ग्राम सचिवालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ग्राम सचिव व पटवारी के कार्यालयों को चैक करते हुए उनकी कार्यप्रणाली की जानकारी ली। धनखड़ ने कहा सरकार की स्पष्ट मंशा है कि लोगो के काम जिला सचिवालय की बजाए ग्रामीण सचिवालय में हों। सरकार ने प्रदेश के सभी गांवों में चरणबद्ध तरीके से ग्राम सचिवालय बनाने की योजना बनाई है। वहीं मंत्री ने सामुदायिक केंद्र की आधारशिला रखी।