Budget Session 2025: भारत के बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर 31 जनवरी 2025 की सुबह अपने संबोधन में विपक्ष और विदेशी हस्तक्षेप पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद यह पहला मौका है जब संसद सत्र से पहले कोई विदेशी विवाद खड़ा नहीं हुआ। पीएम मोदी का यह बयान उस संदर्भ में आया जब पिछले कुछ वर्षों में हिंडनबर्ग, पेगासस और विदेशी एनजीओ से जुड़े मामलों ने संसद में हंगामा खड़ा किया था।
विदेशी हस्तक्षेप पर पीएम मोदी का वार
पीएम मोदी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “आपने देखा होगा, 2014 के बाद शायद यह पहली बार है कि बजट सत्र से पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की। पहले हर बार कोई न कोई विदेशी ताकत संसद सत्र से पहले आग लगाने की कोशिश करती थी, और देश में कुछ लोग इसे हवा देने में लगे रहते थे।” उन्होंने यह भी कहा कि इस बार संसद पूरी तरह से देश के विकास पर केंद्रित रहेगी और विपक्ष को बिना किसी बाहरी मुद्दे के सत्र में चर्चा करनी होगी।
विदेशी चिंगारी से क्या है पीएम मोदी का संकेत?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पीएम मोदी का इशारा उन अंतरराष्ट्रीय घटनाओं की ओर था, जो अतीत में संसद सत्र से ठीक पहले सुर्खियों में आईं। उदाहरण के लिए: Hindenburg Report 2023 on india हिंडनबर्ग रिपोर्ट (2023): अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी ने अडानी समूह पर गंभीर आरोप लगाए, जिससे संसद में बवाल मचा। Pegasus Controversy 2021 india पेगासस विवाद (2021): इजरायली स्पाइवेयर के इस्तेमाल पर बड़ा खुलासा हुआ, जिसमें भारत सरकार पर जासूसी के आरोप लगे।