Washington Plane Crash: वाशिंगटन डीसी के रोनाल्ड रीगन वाशिंगटन नेशनल एयरपोर्ट के पास बुधवार (29 जनवरी) शाम एक बड़ा विमान हादसा हुआ। अमेरिकन एयरलाइंस का एक क्षेत्रीय CRJ-700 जेट और एक सैन्य हेलीकॉप्टर हवा में टकरा गए। इस घटना में कई लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। हादसे के तुरंत बाद हवाई अड्डे पर सभी उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया, हालांकि टर्मिनल चालू है। बताया जा रहा है कि जेट में 64 लोग सवार थे।
फ्लाइट 5342, जो कि विचिटा, कंसास से आ रही थी, जब वह रनवे 33 के पास पहुंच रही थी, तभी वह एक सिकोरस्की एच-60 हेलीकॉप्टर से टकरा गई। टक्कर के बाद एक विमान पोटोमैक नदी में गिर गया। घटनास्थल पर तुरंत आपातकालीन टीमें और फायरबोट्स भेजी गईं।
व्हाइट हाउस और सीनेटर टेड क्रूज़ ने क्या कहा?
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को इस घटना की जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि एक सैन्य हेलीकॉप्टर जेट विमान से टकरा गया। अमेरिकी सीनेटर टेड क्रूज़ ने कहा कि इस दुर्घटना में कई लोगों की मौत हुई है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विमान में कुल कितने लोग सवार थे।
अधिकारियों और एजेंसियों ने क्या कहा?
संघीय विमानन प्रशासन (FAA) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) इस घटना की विस्तृत जांच का नेतृत्व करेगा। अमेरिकन एयरलाइंस ने एक्स (ट्विटर) पर कहा कि वह घटना से अवगत है और जैसे ही अधिक जानकारी मिलेगी, उसे साझा किया जाएगा। स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की है कि कम से कम एक विमान पोटोमैक नदी में गिरा है।
रीगन एयरपोर्ट पर सभी उड़ानें रुकीं
इस हादसे के तुरंत बाद रोनाल्ड रीगन वाशिंगटन नेशनल एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया। हवाई अड्डे पर सभी आगमन और प्रस्थान उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में बड़ी संख्या में आपातकालीन वाहनों और राहतकर्मियों को देखा जा सकता है।
विमान में कितने लोग थे? जिस विमान की दुर्घटना हुई, वह PSA एयरलाइंस बॉम्बार्डियर CRJ-700 था। अमेरिकन एयरलाइंस की वेबसाइट के मुताबिक, इस मॉडल में 65 सीटें होती हैं। हालांकि, हादसे के समय उसमें कितने लोग सवार थे, इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
आगे की जांच और अपडेट
NTSB और FAA की टीमें इस मामले की पूरी तरह से जांच करेंगी। इस हादसे में कितने लोगों की मौत हुई और क्या यह मानवीय या तकनीकी गलती का मामला था, इसका खुलासा आने वाले दिनों में होगा।