Bihar Politics: पटना में राजनीतिक हलचल के बीच नीतीश कुमार की आरजेडी के प्रति संभावनाओं को लेकर सवाल उठ रहे हैं। सूरजकुंड में बीजेपी की बैठक और नीतीश की अकेले यात्रा ने अटकलों को हवा दे दी है। क्या नीतीश लालू यादव के साथ फिर से रिश्ते बना पाएंगे? इन सवालों के बीच आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव की टिप्पणी ने सबका ध्यान खींचा है।
पटना में राजद के कई नेताओं की एक अहम बैठक हुई, जिसमें विधायक और जिला अध्यक्ष शामिल थे। बताया जा रहा है कि इस बैठक में तेजस्वी यादव अहम फैसलों पर चर्चा कर रहे थे। शक्ति सिंह यादव ने कहा कि संविधान की रक्षा के लिए सामाजिक पृष्ठभूमि ने ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
चर्चा में आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ चल रहे प्रतिरोध पर भी चर्चा हुई। शक्ति सिंह यादव के अनुसार, सामाजिक पृष्ठभूमि ने लगातार आरएसएस की ताकतों का विरोध किया है और कभी भी उनके नेतृत्व को स्वीकार नहीं किया है। यह रुख उनके राजनीतिक दृष्टिकोण की आधारशिला रहा है। राजनीतिक गतिशीलता और नेतृत्व संबंधी निर्णय शक्ति सिंह यादव ने इस बात पर जोर दिया कि विपक्ष में रहते हुए तेजस्वी ने कभी नीतीश कुमार का अपमान नहीं किया। इसके विपरीत, भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने एक बार नीतीश को ‘पागल’ कहा था। हालांकि, किसी भी राजनीतिक बदलाव या गठबंधन के बारे में, निर्णय पार्टी नेतृत्व के हाथ में हैं। एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में, वे निर्देशों का पालन करते हैं।