अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा आज भारतरत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर का अपमान कर रही है उनका तिरस्कार कर रही है जिसे देश का कोई भी नागरिक सहन नहीं करेगा, भाजपा दलितों और कमजोर वर्ग के लोगों का शोषण करने में लगी हुई है, जो न तो संसद के अंदर आवाज उठाने देती है और न ही संसद के अंदर। पर कांग्रेस भाजपा की दलित और अंबेडकर विरोधी सोच के बारे में जनता को अवगत करवाएगी।
कुमारी सैलजा ने सिरसा लोकसभा क्षेत्र के नगर रतिया, टोहाना और नरवाना का दौरा कर कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर उन्हें दिशा निर्देश जारी किए। बाद में पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि आज भाजपा भारतरत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर का अपमान कर रही है उनका तिरस्कार कर रही है, देश के संविधान के रचितयता डा. भीमराव अंबेडकर है, यही संविधान देश के हर नागरिक के हितों की रक्षा करता है, देश के लोकतंत्र की रक्षा करता है। देश के गृहमंत्री अमित शाह तक बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर का सम्मान के साथ नाम तक नहीं ले रहे हैं, बाबा साहेब को अपमानित किया जा रहा है। उन्होंनें कहा कि भाजपा और आरएसएस की सोच और उनकी विचारधारा न तो किसी को सम्मान देती है और न ही सम्मान करती है। भाजपा देश में धर्म और जाति की राजनीति कर देश के भाईचारे को नुकसान पहुंचाना चाहती है। आज भाजपा के चेहरे से नकाब हट चुका है उसका दलित विरोधी चेहरा सबके सामने आ चुका है, उन्होंने कहा कि अपने किए के लिए अमित शाह को देश से मॉफी मांगनी चाहिए थे पर ऐसा नहीं हुआ, जब इस बारे में पीएम से शिकायत की तो वे कोई कार्रवाई करने बजाए गृहमंत्री के बचाव मेंं ही आकर खड़े हो गए।
उन्होंने कहा कि देश के संविधान और उसके रचियता का अपमान कोई भी देश का नागरिक सहन नहीं करेगा। बाबा साहेब का लोहा सभी ने माना, उस समय वे सबसे काबिल थे तभी संविधान को लिखने का जिम्मा बाबा साहेब को दिया गया। जब सभी संविधान की बात करते है पर संविधान में बाबा साहेब ने जो कहा है उसे मानते नहीं है। चुनाव में दलितों के नाम पर वोट मांगे जाते है पर ये भाजपा वाले किसी की नहीं मानते। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब दलित और शोषित वर्ग के आइकॉन है उनका अपमान किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। सत्ता पक्ष विपक्ष को न तो संसद के बाहर और न ही संसद के भीतर बोलने देता है, विपक्ष का काम ही सदन में जनता की आवाज को उठाना होता है पर सत्ता पक्ष विपक्ष की आवाज ही बंंद कर रहा है। राहुल गांधी के साथ कैसे धक्का मुक्की हुई उस पर ध्यान देने के बजाए उल्टा उनके खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करवा दी गई यानि एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी। सत्ता पक्ष बाबा साहेब का नाम लेकर उनका मखौल उडाने में लगा हुआ है।
विधानसभा चुनाव में हार के कारण, संगठन में बदलाव और नेता विपक्ष के चयन को लेकर पूछे गए सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि संगठन में बदलाव और नेता विपक्ष के चयन का काम हाईकमान का है वे इस बारे में कुछ नहीं कह सकती, हार के कारणों का पता लगाने के लिए कमेटी काम कर रही है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में संगठन की कमी भी हार का एक कारण रहा क्योंकि संगठन ही पार्टी कार्यकर्ता की पहचान निर्धारित करता है। उन्होंने कहा कि रेल, घग्घर नदी के प्रदूषण, बढ़ता कैंसर रोग, नशा आदि मुद्दे उनकी ओर से सदन में उठाए जाते रहे है, भाजपा ने दस साल के शासन में केवल वायदे ही किए जिन्हें आज तक पूरा नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने दो साल पहले एमएसपी को कानूनी दर्जा देने का वायदा किया था पर क्या हुआ। किसान आमरण अनशन पर बैठा हुआ है पर सरकार के पास किसानों से बातचीत करने का समय तक नहीं है। हरियाणा पंजाब बार्डर पर क्या हो रहा है सब देख रहे है। उन्होंने कहा कि डीएपी खाद का संकट जारी रहा, ऊपर से उसकी कीमतें और बढ़ा दी गई, किसानों को समय पर न बीज मिल रहा है, प्राइवेट बीज कंपनियों पर सरकार का कोई अंकुश नहीं है जो किसानों को लूटने में लगे हुए है।