Mallikarjun Kharge: संविधान पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में डॉ. भीमराव अंबेडकर पर टिप्पणी की। शाह की इस टिप्पणी पर सियासी तूफान मच गया है। सभी विपक्षी पार्टियों ने एक साथ शाह पर हमला बोलना शुरू कर दिया। तो वहीं, इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार 18 दिसंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ‘ये लोग संविधान में विश्वास नहीं करते। वे मनुस्मृति की बात करते हैं। पीएम मोदी ने अमित शाह का बचाव करने के लिए 6 ट्वीट किए। इसकी क्या जरूरत थी? अगर कोई बीआर अंबेडकर के बारे में गलत कहता है, तो उसे कैबिनेट से हटा दिया जाना चाहिए।’
अमित शाह को मांगनी चाहिए माफी
खड़गे ने कहा कि लेकिन वे दोस्त हैं और एक-दूसरे के पापों का समर्थन कर रहे है। मीडिया से बात करते हुए खड़गे ने कहा कि हमारी मांग है कि अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए और अगर पीएम मोदी को डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर पर भरोसा है तो उन्हें आधी रात तक बर्खास्त कर देना चाहिए।
शाह को बर्खास्त किया जाना चाहिए
खड़गे ने कहा कि उन्हें (अमित शाह) कैबिनेट में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए तभी लोग चुप रहेंगे, अन्यथा लोग विरोध करेंगे। लोग डॉ. बीआर अंबेडकर के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं। वहीं, शाह के भाषण पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बहुत सारे गरीब, शोसित, वंचित, पीड़ित लोगों के लिए बाबा भीम राव अंबेडकर भगवान रहे हैं।
आज भी घर-घर और गांव-गांव में उनको पूजा जाता है। उन्होंने संविधान के माध्यम से हक और सम्मान से जीने का रास्ता तमाम गरीब, शोसित, वंचित लोगों को दिया है। कहा कि भाजपा के लोग घबराए हुए हैं और इसलिए समय-समय पर उनकी तरफ से इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। सरकार तमाम सवालों का जवाब नहीं देना चाहती है इसलिए सवालों से बचना चाहती है।
क्या कहा था अमित शाह ने ?
दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार 17 दिसंबर सदन में बोलके हुए कहा था कि कांग्रेस ने अंबेडकर का नाम लेना फैशन बना लिया है। अगर उन्होंने अंबेडकर की जगह इतनी बार भगवान का नाम लिया होता तो उन्हें सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। इसके बाद शाह ने पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू के कार्यकाल का जिक्र करते हुए बाबा साहब का अपमान करने की बात कही।