Bharatpur News: भरतपुर। राजस्थान सरकार की पहली वर्षगांठ और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के जन्मदिन पर भरतपुर को एक और तोहफा मिला है। भरतपुर विकास प्राधिकरण (बीडीए) को लेकर रविवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। यह कदम सरकार की बजट घोषणा और कैबिनेट की मंजूरी के बाद उठाया गया है। भरतपुर विकास प्राधिकरण के गठन के बाद यहां तेजी से विकास की दिशा में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। विकास प्राधिकरण को अब यूआईटी से अधिक अधिकार प्राप्त होंगे, जिससे शहर और आसपास के इलाकों का विकास सुनियोजित और प्रभावी तरीके से किया जा सकेगा।
इसके अलावा प्राधिकरण के पास वित्तीय संसाधन भी अब यूआईटी से कहीं अधिक होंगेए जो विकास कार्यों को सशक्त बनाएंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि बीडीए के गठन के बाद विकास से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय अब स्थानीय स्तर पर ही लिए जा सकेंगे। पहले यूआईटी से जुड़ी कई फाइलों और टेंडर अनुमोदन के लिए राज्य सरकार के पास भेजी जाती थीं, लेकिन अब भरतपुर विकास प्राधिकरण के पास ये सारे अधिकार होंगे। प्रशासन को कार्यों में तेजी लाने में मदद मिलेगी और सरकारी मंजूरी के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। बदलाव से भरतपुर में न केवल शहर का, बल्कि आसपास के गांवों का भी समग्र विकास संभव होगा, जो कि भरतपुर को और अधिक आधुनिक और विकसित बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
भरतपुर क्षेत्र में यह गांव होंगे शामिल
बीडीए में भरतपुर शहर के साथ जघीना-1, जघीना-2, जघीना-3, जघीना-4, तमरौली, भवनपुरा, त्योंगा, तुहिया, टोंटपुर, भांडौर, गुण्डवा, कंजौली, अड्डी, चक मुरवारा, मुरवारा, अचलपुरा, गोलपुरा, अड्डा, अनाह, सेवर कलां, झीलरा, नगला झीलरा, मडौली, नगला तेहरिया, श्योराना, मलाह, रामपुरा, नगला सैह, श्रीनगर, जाटौली घना, नगला चांदमारी, नगला गोपाल, नौंह, मडरपुर, बराखुर, कस्बा भरतपुर चक नंबर -1, कस्बा भरतपुर चक नंबर -2, कस्बा भरतपुर चक नंबर -3, बरसो, घसोला, नगला खोहरी, बछामदी नंबर -1, बछामदी नंबर -2, नगला कसौटा, वमनपुरा, लुधावई, धर्मपुरा, बगधारी, सुखावली, आराजी सालगा, सेवर खुर्द, नगला लोधा, नगला बंध, पार, हबीबपुर, अघापुर, चक श्योरावली, कपरोली, कपरोला, चक धोबी, चक ऊंचागांव, चक चोबा, चक श्यो सिंह, चक कुरका, चौकीपुरा, चाक काजी, चक नसवारिया, कूहां, एक्टा, चक एकटा, खरैरा, बन्जी, ऊंचा गांव, दयोपुरा, खडेरा, खोखर, राम नगर, चक राम नगर, बहनेरा, चक बहनेरा, नगला अभयराम, नगला खोरी, दारापुर, चक दारापुर नंबर -1, चक दारापुर नंबर -2, चिचाना, मई गूजर, महटोली, नगला सीखम, नगला दूल्हेराम, कल्याणपुर, अजान, चक अजान, चक कपरोला, गिरधरपुर, चक भाडौर, घना भाडौर, चक घना भाडौर, नगला करन सिंह, चक नगला करन सिंह, कसोदा, रुंध कसोदा, रुंध सैह, अनीपुर, धौरमुई, सहनावली, सैंथरा, महंगाया, नगला हरचंद, मोरोली खुर्द, मोराली कलां, नगला माना, हथैनी, नगला हथैनी, नौगांवा, जिरौली, ऊंदरा, चक ऊंदरा, खैमरा, बांसी विरहना, मालौली, नगला खुश्याल, बझेरा, रुंध इकरन, नगला केसरिसा, पिडयानी, समसपुद खुर्द, सुनारी, नगला भगत, नगला बरताई, नगला तरोड़ा, चक महटोली माफी, महुआ, धाधोली, धौर, टांडा, बांसीकलां, बांसी खुर्द, रुंध बांसी खुर्द, बसुआ, मूंढोता, ततामड़, पीलुआ, सिनपिनी, नगला चूरामन, टहरकी, ककलपुरा, छापर, नगला रावजी, गढ़ी जालिम सिंह, माढोनी, सैंदरोली, सादपुरा, गांवड़ी, पीरनगर, नगला केवल, नगला गुलाबी, नगला टीकैता, चक नगला टीकैता, नगला फटियार, चक नगला फटियार, धनागढ़, सनहूली, तेहरा लोधा, विराबई, नगला कल्यानपुर, नगला विलौठी, पीपला-1, पीपला-2, चक पीपला एवं नगला नंदराम आदि शामिल हैं।
कुम्हेर क्षेत्र के यह शामिल
डहरा, गोलपुरा, चक लुचपुरी, बैलारा कलां, सूरौता, अधैया खुर्द, बैलारा खुर्द, नगला गंगा, नगला मांझी, नगला मल्लू, नगला सवाईराम, नगला जोधसिंह, नगला तुहीराम, नगला बघेर्रा, नगला बुद्ध सिंह, हेलक, नगला ग्यासिया, नगला खूटेला, विजय नगर, पिचगाई, जरहरा, बाबैन, कंचनपुरा, सैह, चौकीपुरा, बौरई, चक बौरई, चक सैह एवं चक सकीतरा शामिल हैं।
रारह तहसील के यह गांव शामिल
रारह, बुरावई, नगला बधैया, अवार, उवार, लुधवाड़ा, सोगर एवं नगला जीवना को शामिल किया है।
बीडीए के अधीन यह रहेंगी शक्तियां
-भरतपुर शहर में यातायात नियांत्रण के लिए मास्टर योजना तैयार करना।
-यातायात नियंत्रण के लिए मास्टर योजना तैयार करना।
-हल्के-भारी यानों के यातायात लाइसेंस जारी करने के लिए नीति अधिकथित करने।
-एकतरफा यातायात की नीति अवधारित करना, सडक़ों पर कतिपय यानों को वर्जित करने।
-नगर आयोजना के अंतर्गत मास्टर विकास योजना और जोनल विकास योजनाएं तैयार करना।
-स्कीमें तैयार करना, कृषि, उद्यान, फूलों की खेती, वन लगाना, डेयरी विकास, परिवहन, संचार, स्कूल खोलना, सांस्कृतिक क्रियाकलाप, खेलकूद, चिकित्सा, पर्यटन, मनोरंजन जैसे अन्य क्रियाकलाप के लिए स्कीमें बनाने।
-प्राधिकरण भूमि के योजनाबद्ध एकीकृत विकास और उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए भरतपुर रीजन का नागरिक सर्वेक्षण करेगा और उसके लिए मास्टर विकास योजना तैयार करेगा।
-नए कस्बों के विकास के साथ भरतपुर रीजन में उपनगरों का विकास और भरतपुर शहर के साथ उनका समुचित एकीकरण।