Rising Rajasthan Summit 2024: राइजिंग राजस्थान के पहले दिन महिला उद्यमियों के लिए विशेष सत्र ‘हर स्टोरी’ : एडवांसिंग इन्क्लूजिव सोसायटीज आयोजित किया गया। इसमें महिलाओं की सफलता की कहानियों पर चर्चा हुई और निवेशकों से महिलाओं के व्यवसायों में निवेश करने का आग्रह किया गया।
बालिकाओं और महिलाओं की होगी बल्ले-बल्ले
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के अनुसार इस देश में केवल चार जातियां हैं। महिला, किसान, युवा और मजदूर। इस मंशा को आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार के एक वर्ष पूरे होने के अवसर में सवा लाख छात्राओं को साइकिल, 21 हजार बालिकाओं को स्कूटी, महिला निधि बैंक के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को 100 करोड़ रुपए का ऋण वितरण किया जाएगा। एक लाख नवीन लखपति दीदी का सम्मान भी किया जाएगा।
10 महिलाओं से शुरूआत…
हस्तशिल्प डिजाइनर एवं सामाजिक कार्यकर्ता रूमा देवी ने कहा कि उन्होंने बाड़मेर में 10 महिलाओं के स्वयं सहायता समूह से शुरूआत की। आज 50 हजार महिलाएं उनसे जुड़ी हुई हैं। डॉ. श्वेतांशु भूषण ने विभिन्न वर्गों में ग्रामीण महिलाओं की स्थिति पर चर्चा की तथा ग्रामीण महिलाओं को समाज में बदलाव का गेमचेंजर बताया। सत्र में असेवारे फिन्टेच सर्विसेज स्टार्टअप की मुख्य कार्यकारी अधिकारी व प्रबंध निदेशक निमिषा जे.वडक्कन ने कहा कि बैंकिंग सर्विस डिलिवरी को घर तक लाने का काम उनके ऐप के माध्यम से किया जाता है। उनकी कंपनी में 60 प्रतिशत महिला कार्मिक हैं और राजस्थान के 18 जिलों में वे काम कर रही हैं।
‘एक दूसरे के मार्गदर्शन से आगे बढ़ें महिलाएं’
उप-मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कार्यक्रम में निवेशकों से राजस्थान की महिला उद्यमियों को आगे बढ़ाने और उनके कारोबार में निवेश करने की अपील की। उन्होंने महिलाओं को एक-दूसरे का साथ देने, मार्गदर्शन करने और उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रेरित किया।