Devendra Fadnavis Oath Ceremony: महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने देवेंद्र फड़णवीस को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई दी है। लेकिन इस बीच एक संशय अभी भी बना हुआ है कि क्या एकनाथ शिंदे आज होने वाले शपथ ग्रहण में शामिल होंगे। उन्होंने इसको लेकर अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है।
बता दें कि देवेंद्र फडणवीस आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। मुंबई के आजा मैदान में शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा,जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे। इस दौरान एनसीपी नेता अजित पवार भी उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि क्या एकनाथ शिंदे महायुति सरकार का हिस्सा होंगे या नहीं।
बुधवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा, नई सरकार का शपथ ग्रहण कल शाम 5.30 बजे होगा, जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद होंगे। मैंने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उनसे अपील की है कि वह हमारे साथ सरकार में शामिल हों, महायुति कार्यकर्ताओं की भी यही इच्छा है, हमने महाराष्ट्र की जनता से जो वादे किए हैं, उसे हम पूरा करेंगे। एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में ढाई वर्ष के महायुति सरकार के कार्यकाल को लेकर संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि हमने ढाई साल के कार्यकाल को पूरा किया। हमारी सरकार ने जो काम किया, उसे महायुति के तीनों सहयोगियों ने मिलकर किया, जोकि जबरदस्त रहा। इतिहास में इसे स्वर्णिम अच्छरों में लिखा जाएगा। हमें गर्व है कि हमारी सरकार ने कुछ बड़े अहम फैसले लिए।
वहीं जब एकनाथ शिंदे से पूछा गया कि क्या वहीं सरकार का हिस्सा बनेंगे और गुरुवार की शाम को शपथ लेंगे तो इसपर उन्होंने कहा कि शाम तक इंतजार कीजिए। इसपर वहां मौजूद अजित पवार ने कहा कि हम शिंदे के बारे में शाम तक जान जाएंगे, लेकिन मैं शपथ लूंगा, मैं इंतजार नहीं करूंगा।
एकनाथ शिंदे ने मुस्कुराते हुए कहा कि दादा के पास सुबह-शाम शपथ लेने का अनुभव है। बता दें कि 2019 में देवेंद्र फडणवीस ने सीएम और अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। लेकिन यह सरकार पांच दिन में ही गिर गई थी। बता दें कि आज होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में तकरीबन 42000 कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद है। पीएम मोदी हित 9 से 10 केंद्रीय मंत्री भी इसमे हिस्सा ले सकसते हैं, जबकि 19 मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी इसमे हिस्सा लेंगे। 40 हजार भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बैठने की अलग से व्यवस्था की गई है। साथ ही 2000 वीवीआईपी और अन्य क्षेत्रों के नेता भी इसमे हिस्सा लेंगे। शपथ ग्रहण के लिए 4000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। जिसमे से तकरीबन 3500 पुलिसकर्मी और 520 अधिकारी शामिल हैं, जिन्हें सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है।
गौर करने वाली बात है कि विधानसभा चुनाव में 288 में से 132 सीटों पर अकेले भाजपा ने जीत दर्ज की है जबकि शिवसेना, एनसीपी को मिलाकर महायुति ने 230 सीटों पर जीत दर्ज की है।