*BREAKING NEWS*
*चंडीगढ़: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीन नये आपराधिक कानूनों को राष्ट्र को समर्पित करने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “इससे पहले जो कानून थे वो 160 साल पहले बने, अंग्रेजों द्वारा बनाए गए, अंग्रेजों की संसद में बनाए गए और नागरिकों की जगह अंग्रेजों के शासन की सुरक्षा के लिए बनाए गए।पीएम मोदी जो तीन कानून लेकर आए हैं ये भारतीय लोगों द्वारा बने, भारतीय संसद में बने और भारत के नागरिकों को सुरक्षा और न्याय मिले इसके लिए बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री ने सरकार के सभी विभागों के साथ एक आग्रह रखा कि हमारे प्रशासन में से गुलामी के सभी चिन्हों को समाप्त करके नए भारत की सोच को प्रत्यापित करना चाहिए। मुझे बहुत संतोष है कि देश की 140 करोड़ जनता की सुरक्षा सम्मान और उनके संविधानरत अधिकारों की सुरक्षा करने वाला सिस्टम, हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली आज से पूर्णतया भारतीय बन चुकी है और भारत के लोगों द्वारा बनाए गए कानूनों से आप सभी को न्याय मिलने वाला है।”*
तीन नए आपराधिक कानूनों को राष्ट्र को समर्पित करने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “अब तक आतंकवाद और संगठित अपराध की कोई व्याख्या नहीं थी, जिससे आतंकवादियों को फ़ायदा होता था – इन कानूनों में आतंकवाद को परिभाषित किया गया है…”*