*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन*
चंडीगढ़ आने से लगता है की अपनों के बीच आ गया हूँ
चंडीगढ़ की पहचान माँ चाँडी से हुई है सत्य और न्याय की स्थापना माँ चाँडी ने की थी और यही इन कानूनों का आधार भी है
कानून कैसे अमल में लाए जाएँगे अभी मैंने इसका लाइव डेमो देखा और मैं चाहूँगा आप सब भी देखे
मैं देशवासियों की नए क़ानून लागू होने पर बधाई देता हूँ
इसे बनाने में कानूनविदों और सविधानविदों की मेहनत जुड़ी है
आज़ादी के सात दशक में न्याय व्यवस्था के सामने जो चैलेंज आए उस पर गहन मंथन किया गया
मुझे भरोसा है कि सब से सहयोग से बनी भारत की ये न्याय संहिता मील का पत्थर साबित होगी
लोगों ने सोचा था कि अब अंग्रेज़ गये हैं तो अंग्रेज़ी कानूनों से भी मुक्ति मिलेगी अंग्रेज़ों के अत्याचार और शोषण का ज़रिया है वे क़ानून ही थे
18,57 की क्रांति ने अंग्रेजों की जड़ें हिला दिया जाएगा इसके तीन साल बाद इंडियन पैनल एक्ट लाइक इनका मक़सद यही था कि भारतीयों को दंड दिया गुलाम रखा जाए जाए
कुछ कानूनों में सुधार हुआ लेकिन एक चरित्र वही रहा ग़ुलामी की मानसिकता से बाहर जी निकले की कोशिश सत्ता में रहे लोगों ने नहीं की
हम हमेशा से सुनते आया कि क़ानून की नज़र में सब बराबर होते हैं लेकिन व्याहवारिक सच्चाई कुछ और होती है
अब 90 दिनों के भीतर पुलिस को पीड़ित को केस की प्रगति के बारे में जानकारी देनी होगी
आर्टिकल 370 और तीन तलाक़ क़ानून पर ख़ूब बहस हुई अब वक़्फ़ बोर्ड क़ानून पर बहस हो रही है