CWC Meeting: महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव में इस बार कांग्रेस को निराशा हाथ लगी है। कई राज्यों में कांग्रेस के गिरते जनाधार के ग्राफ को लेकर पार्टी के नेता चिंतित हैं। इस बीच कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में चुनाव में कांग्रेस के पिछड़ने और संगठनात्मक ढांचे को और अधिक मजबूती देने पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए संगठन की मजबूती सबसे अधिक मायने रखती है।
हाल में दो राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव परिणामों और संगठन को मजबूती देने के विषय पर मंथन के लिए शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की अहम बैठक हुए। जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव (संचार) जयराम रमेश समेत कई दिग्गज नेता मौजूद शामिल हुए। बैठक के दौरान पार्टी चीफ खड़गे पिछले चुनाव के प्रदर्शनों का जिक्र करत हुए कहा कि कांग्रेस के लिए पार्टी संगठन बेहद जरूरी है।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी मल्लिकार्जुन खरगे ने सभी नेताओं के बीच कहा कि अभी वक्त है, संभल जाएं। पार्टी अध्यक्ष ने लगातार हार के लिए नेताओं की बयानबाजी और एकता की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “हमें तुरंत चुनावी नतीजों से सबक लेते हुए संगठन के स्तर पर अपनी सभी कमजोरियों और खामियों को दुरुस्त करने की जरूरत है। ये नतीजे हमारे लिए संदेश है। सबसे अहम बात जो मैं बार-बार कहता हूँ कि आपसी एकता की कमी और एक दूसरे के ख़िलाफ़ बयानबाजी हमें काफी नुकसान पहुंचाती है। जब तक हम एक हो कर चुनाव नहीं लड़ेंगे, आपस में एक दूसरे के ख़िलाफ़ बयानबाजी का सिलसिला बंद नहीं करेंगे, तो अपने विरोधियों को राजनीतिक शिकस्त कैसे दे सकेंगे?”
खड़गे ने कहा, “जरूरी है कि हम सख्ती से अनुशासन का पालन करें। हर हालत में united रहना है। पार्टी के पास अनुशासन का भी हथियार है। चुनावों में माहौल हमारे पक्ष में था। लेकिन केवल माहौल पक्ष में होना भर जीत की गारंटी नहीं। हमें माहौल को नतीजों में बदलना सीखना होगा। क्या कारण है कि हम माहौल का फ़ायदा नहीं उठा पाते? इसीलिए हमें पर्याप्त मेहनत करने के साथ समयबद्ध तरीके से रणनीति बनानी होगी। हमे अपने संगठन को Booth Level तक मजबूत करना होगा। हमें मतदाता सूची बनाने से लेकर वोट की गिनती तक रात दिन सजग, सचेत और सावधान रहना होगा।” इसके अलावा खड़गे ने कहा कि कई राज्यों में हमारा संगठन अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। संगठन का मजबूत होना हमारी सबसे बड़ी जरूरत है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चुनावी नतीजों का संकेत यह भी है कि हमें राज्यों में अपनी चुनाव की तैयारी कम से कम 1 साल पहले शुरू कर देनी चाहिए। हमारी teams समय से पहले मैदान में मौजूद रहनी चाहिए। पहला काम मतदाता सूचियों की जाँच करनी चाहिए ताकि हमारे पक्ष वालों के वोट हर हालत में सूची में बने रहें।