Sambhal Violence: संभल में हाल ही में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। सरकार संभल हिंसा में शामिल लोगों से सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई करने की योजना बना रही हैं। इसके अलावा ‘पत्थरबाज’ के रूप में पहचाने जाने वाले लोगों की तस्वीरों वाले पोस्टर सार्वजनिक क्षेत्रों में प्रमुखता से लगाए जाएंगे।
24 नवंबर (रविवार) को संभल में तनाव तब बढ़ गया, जब शाही जामा मस्जिद के पास बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। यह सभा कोट गर्वी में शाही जामा मस्जिद के न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वेक्षण के समय हुई थी, जो इस दावे के कारण हुआ था कि इस स्थल पर कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था। इस टकराव में चार लोगों की मौत हो गई और पुलिस अधिकारियों सहित कई लोग घायल हो गए।
प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के बाद स्थिति और बिगड़ गई। इस दौरान वाहनों में आग लगा दी गई और पत्थर फेंके गए। जवाब में पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है और सात एफआईआर दर्ज की हैं। नामजद लोगों में संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क, स्थानीय विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल के साथ ही 2,750 से अधिक अज्ञात संदिग्ध शामिल हैं।
हिंसा के बाद अब एक्शन में सरकार
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि यूपी सरकार हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है। उन्होंने कहा, “पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक रूप से लगाए जाएंगे। नुकसान की भरपाई की मांग की जाएगी। उनकी गिरफ्तारी में मदद करने वाली सूचना देने पर इनाम की घोषणा भी की जा सकती है।”
2020 में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान भी इसी तरह की हरकत की गई थी, जिसमें लखनऊ समेत कई प्रमुख स्थानों पर कथित उपद्रवियों के पोस्टर लगाए गए थे। हालांकि, बाद में कोर्ट के आदेश के बाद इन पोस्टरों को हटा दिया गया था।
विपक्ष के निशाने पर योगी सरकार
रविवार की घटना के बाद विपक्षी दलों ने राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना की है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर “दंगा” कराने का आरोप लगाया। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया कि भाजपा हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन को बढ़ावा दे रही है।
घटना की आगे की जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच चल रही है। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने सोमवार को पुष्टि की कि संभल में शांति बहाल हो गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि “अशांति के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”