Chandigarh: चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित दो नाइट क्लबों के बाहर मंगलवार सुबह हुए धमाकों ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। इन विस्फोटों के चलते क्लब की खिड़कियों को नुकसान पहुंचा। लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। यह घटना मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अंजाम दी गई। जिन्होंने क्लबों की ओर विस्फोटक फेंके। घटना ने स्थानीय निवासियों और सुरक्षा एजेंसियों के बीच चिंता बढ़ गई है।
पुलिस और फोरेंसिक टीम की त्वरित कार्रवाई
विस्फोट की सूचना के बाद चंडीगढ़ पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। बम निरोधक दस्ते और सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब की टीमें भी जांच में जुट गई। प्रारंभिक जांच में मलबे से जूट की रस्सियां और पोटाश के अवशेष बरामद हुए। ये संकेत देते हैं कि बम घर में तैयार किए गए थे और इनका उद्देश्य लोगों को नुकसान पहुंचाने के बजाय डर पैदा करना था। इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि धमाकों का समय और स्थान इस घटना को सुनियोजित आतंक फैलाने की कोशिश को दर्शाते हैं।
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने ली जिम्मेदारी
चंडीगढ़ की इस घटना की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने ली है। गिरोह के सदस्य गोल्डी बरार और रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस हमले को अंजाम देने का दावा किया। उनके अनुसार धमाके कथित रूप से रैपर बादशाह के स्वामित्व वाले सिल्वर रेस्तरां को निशाना बनाकर किए गए। गिरोह ने आरोप लगाया कि रेस्तरां मालिक से जबरन वसूली के लिए संपर्क किया गया था। लेकिन कोई जवाब न मिलने के कारण धमाके किए गए। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस का प्रारंभिक निष्कर्ष और सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश
पुलिस के अनुसार इन धमाकों का उद्देश्य नाइट क्लब मालिकों को डराना और दबाव बनाना हो सकता है। इस दिशा में व्यापक जांच जारी है। जिसमें विस्फोटकों के फोरेंसिक विश्लेषण से अपराधियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ने मनोरंजन उद्योग से जुड़े प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
मनोरंजन उद्योग और जनता में डर का माहौल
यह घटना मनोरंजन स्थलों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। नाइट क्लब और रेस्तरां मालिकों के साथ-साथ स्थानीय समुदाय ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। घटना ने इस बात पर भी ध्यान आकर्षित किया है कि कैसे जबरन वसूली के लिए अपराधी खुलेआम धमकियां देने से पीछे नहीं हट रहे। क्लब मालिक और स्थानीय लोग अब सुरक्षा एजेंसियों से स्पष्ट जवाब और आश्वासन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। चंडीगढ़ में हुए इन धमाकों ने मनोरंजन उद्योग पर इस तरह के खतरों के प्रभाव और कानून-व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर किया है। हालांकि घटना में कोई घायल नहीं हुआ। लेकिन लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की संलिप्तता ने जनता के बीच भय पैदा कर दिया है।