Constitution Day program: राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष नेता राहुल गांधी पहुंचे, जहां संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान गांधी ने भरे मंच से कहा कि, “इस देश में पिछले 3,000 सालों से जो भी दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, गरीबों की बात करता है, उसका माइक बंद कर दिया जाता है।’
दरअसल, राहुल गांधी ने सभा को संबोधित कर रहे थे, लेकिन बीच में ही उनका माइक बंद हो गया, जो कि काफी देर तक बंद रहा। इसके बाद जब शुरू हुआ तो उन्होंने कहा कि जितना माइक बंद करना है कर लो मैं फिर भी बोलूंगा।
‘मैं बैठूंगा नहीं, मैं खड़ा रहूंगा’
इसी के साथ राहुल गांधी ने कहा कि जब माइक बंद हुआ, तो बहुत से लोग आए और मुझसे कहा कि जाकर बैठ जाओ। मैंने कहा कि मैं बैठूंगा नहीं, मैं खड़ा रहूंगा, जितना चाहो माइक बंद कर लो, मैं जो बोलना चाहता हूं बोलूंगा। यहां पीछे रोहित वेमुला की फोटो है, वह बोलना चाहता था, लेकिन उसकी आवाज छीन ली गई।”
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राहुल गांधी ने संविधान की प्रति अपने हाथ में लेकर कहा, “क्या इसमें (संविधान में) सावरकर जी की आवाज है? क्या इसमें कहीं लिखा है कि हिंसा का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, लोगों को मारा जाना चाहिए या झूठ का इस्तेमाल करके सरकार चलानी चाहिए? यह सत्य और अहिंसा की किताब है।”
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‘हमारी सरकार आएगी, हम वहां जाति जनगणना करेंगे’
कांग्रेस सांसद ने कहा कि, “कुछ दिन पहले हमने तेलंगाना में जाति जनगणना का काम शुरू किया और यह नौकरशाही का काम नहीं है। पहली बार तेलंगाना में जाति जनगणना को सार्वजनिक किया गया है। जो सवाल पूछे जा रहे हैं, वे बंद कमरे में 10-15 लोगों द्वारा नहीं चुने जा रहे हैं, वे दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग के लोग, गरीब, सामान्य जाति के लोग, अल्पसंख्यक लोग, सभी सहित लाखों लोग हैं और तेलंगाना के लोगों ने जनगणना की रूपरेखा तैयार की है। भविष्य में जहां भी हमारी सरकार आएगी, हम वहां जाति जनगणना करेंगे।”