पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान एक साल से भी ज़्यादा समय से जेल में बंद हैं। उनकी पार्टी पीटीआई के कार्यकर्ता और समर्थक लंबे समय से इमरान की रिहाई की मांग उठा रहे हैं। इमरान की रिहाई के लिए उनके समर्थक देश की राजधानी इस्लामाबाद में प्रदर्शन की तैयारी में हैं। हालांकि शहबाज़ सरकार की ओर से इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन की अनुमित नहीं देने और रैली के दौरान आतंकी हमले की चेतावनियों के बीच भी इमरान की पार्टी के कार्यकर्ता पूरे देश से इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे हैं।
30 हज़ार से ज़्यादा सैनिक किए गए तैनात
पंजाब में कई स्थानों पर पुलिस और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ की खबरें आई हैं। इसके चलते पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में रविवार को सुरक्षा के मद्देनजर कर्फ्यू जैसे हालात बनाए गए। इस्लामाबाद की ओर जाने वाले सभी मुख्य हाईवे को पहले ही ब्लॉक करने के बाद अब शहर की कई अन्य प्रमुख सड़कों को भी पाकिस्तानी सरकार ने कंटेनरों, भारी पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों के दस्ते के जरिए अवरुद्ध कर दिया है। शहर में सरकारी भवनों पर रेंजर्स, फ्रंटियर कांस्टुयबलरी 30 हज़ार से ज़्यादा सैनिकों की तैनाती की गई है। प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए इस्लामाबाद पुलिस और सुरक्षा बल दंगा नियंत्रण वाहनों के साथ तैनात किए गए हैं।
स्कूल बंद, मोबाइल-इंटरनेट सेवाएं निलंबित
इस्लामाबाद, पंजाब, रावलपिंडी सहित कई अन्य शहरों में इमरान समर्थकों के प्रदर्शन और हंगामे की आशंका के चलते मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं। एहतियातन सोमवार को सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
इमरान का आह्वान
रविवार की सुबह इमरान की पार्टी ने इनकी तरफ से एक बयान जारी किया, जिसमें लोगों से विरोध प्रदर्शन के लिए एकजुट होने का आग्रह किया और इसे स्वतंत्रता और न्याय के लिए आंदोलन बताया। इमरान ने जनता से ‘गुलामी की बेड़ियाँ तोड़ते’ हुए इस्लामाबाद में लोकतंत्र चौक (डी-चौक) पहुंचने का आह्वान किया है।
होगी कानूनी कार्रवाई
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया है कि अदालत के आदेशों के अनुसार, इस्लामाबाद में किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन या धरना की अनुमति नहीं दी जाएगी और सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने के किसी भी प्रयास का कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इमरान की पत्नी बुशरा बीवी भी इस्लामाबाद के लिए रवाना
इमरान के एक प्रमुख सहयोगी और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने लोगों से इस्लामाबाद के डी चौक के पास जमा होने की अपील की है। गंडापुर इस्लामाबाद की ओर काफिला लेकर निकल चुके हैं और माना जा रहा है कि वे सबसे बड़ा काफिला लेकर आ रहे हैं। इमरान की पत्नी बुशरा बीवी भी इसी काफिले के साथ आ रही हैं। गंडापुर ने कहा है कि वह सरकार द्वारा खड़े किए गए अवरोधों को हटाने के लिए सभी प्रकार की मशीनरी साथ लेकर आ रहे हैं।