Jharkhand Chunav 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का एक विज्ञापन सुर्खियों में है। भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने भाजपा और कांग्रेस से उन शिकायतों पर जवाब मांगा है, जिनमें उनके स्टार प्रचारकों पर झारखंड, महाराष्ट्र और कई उपचुनावों में चुनाव प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।
चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों को 18 नवंबर को दोपहर एक बजे तक अपना जवाब भेजने को कहा गया है। झारखंड भाजपा के एक वीडियो विज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने रविवार को राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) को निर्देश दिया कि वे पार्टी से तुरंत अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से उक्त पोस्ट को हटाने के लिए कहें।
इसके अलावा चुनाव आयोग ने पार्टी को पोस्ट में आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के कथित उल्लंघन के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस जारी किया। चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की शिकायतों के बाद की, जिसमें भाजपा झारखंड द्वारा शनिवार 16 नवंबर को पोस्ट किए गए भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण वीडियो के बारे में बताया गया था।
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राज्य के सीईओ को लिखे गए चुनाव आयोग के पत्र में कहा गया है कि वीडियो को न केवल एक्स पर बल्कि झारखंड भाजपा के फेसबुक अकाउंट पर भी शेयर किया गया था।
अपनी शिकायत में, जेएमएम और कांग्रेस ने आरोप लगाया कि “इस सोशल मीडिया पोस्ट में सांप्रदायिक, दुर्भावनापूर्ण और भ्रामक वीडियो है, जिसका शीर्षक है *’पूरे झारखंड का काया पलट कर देंगे’*।” ईसीआई के अनुसार, उन्होंने दावा किया कि पोस्ट ने एमसीसी के प्रावधानों का उल्लंघन किया है।
शिकायत की समीक्षा करने पर, चुनाव आयोग ने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट प्रथम दृष्टया एमसीसी का उल्लंघन करती प्रतीत होती है।
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इसलिए मौजूदा कानूनों और प्रक्रियाओं के अनुसार तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाता है। इसके बाद, संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को आईटी अधिनियम की धारा 79(3)(एच) के तहत झारखंड राज्य में नामित प्राधिकारी के माध्यम से संदर्भित पोस्ट को तुरंत हटाने का निर्देश दिया जाना चाहिए।
ईसीआई ने राज्य के सीईओ को भाजपा झारखंड को एक नोटिस देने का भी निर्देश दिया, जिसमें उनसे एमसीसी प्रावधानों के कथित उल्लंघन के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया।
पत्र में कहा गया है, “पार्टी को सोशल मीडिया और किसी भी अन्य मीडिया से उक्त पोस्ट और संबंधित सामग्री को तुरंत हटाने का निर्देश दिया जा सकता है। साथ ही कहा गया है कि जल्द से जल्द आयोग को एक कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी चाहिए। झामुमो और कांग्रेस ने रविवार को चुनाव आयोग को दी गई अपनी शिकायत में वीडियो पर आपत्ति जताते हुए इसे भ्रामक और विभाजनकारी बताया है।