कांग्रेस महासचिव और वायनाड लोकसभा सीट से संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार को एक बार फिर वायनाड की जनता से रूबरू हुईं। उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र के लोगों की सेवा उसी तरह करना चाहती हैं, जैसे एक मां अपने बच्चों की देखभाल करती है।
प्रियंका ने वायनाड लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए अपने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि अगर उन्हें मौका दिया गया तो वह न केवल संसद, बल्कि हर मंच पर वायनाड के लोगों के लिए लड़ेंगी। प्रियंका ने अपने भाई और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के दिल में वायनाड के प्रति लगाव होने का भी जिक्र किया और वोटरों से खुद के लिए समर्थन मांगा। प्रियंका ने कहा कि इसके जरिए वह वायनाड की जनता की सेवा कर सकती हैं।
प्रियंका गांधी ने भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के खिलाफ अपने आरोपों को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की राजनीति ने देश में किसानों और छोटे व्यापारियों को नुकसान पहुंचाया है।
मलप्पपुरम जिले के एरानाड और नीलंबुर विधानसभा क्षेत्र में अकंपदम और पोथुकल्लू इलाके में नुक्कड़ सभाओं के दौरान उन्होंने कहा कि वायनाड में अपार संभावनाएं हैं, लेकिन इसके बावजूद सरकार से सहयोग की कमी है। उन्होंने कहा कि इसके चलते क्षेत्र के किसान और छोटे व्यवसाय भी कर्ज से जूझ रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव ने दावा किया कि इसकी वजह भाजपा की तरफ से की जा रही डर, नफरत और विभाजन की राजनीति है और कहा कि देश में इस तरह की राजनीति नहीं चल सकती।
प्रियंका वायनाड में पांच दिवसीय प्रचार अभियान के लिए पहुंची थीं। वह लगातार इन मुद्दों को उठाती रही हैं। बता दें कि राहुल गांधी के वायनाड सीट खाली करने के बाद इस पर उपचुनाव तय हुआ है। वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होना है और मतगणना 23 नवंबर को होगी।