UPSC Success Story: जीवन में कभी विफलता से न डरें, यह सफलता की ओर एक कदम है. डर की भावना आपकी प्रतिभा के उपयोग और संभावनाओं की वास्तविकता में बाधा डालती है. वैसे भी जीवन वह नहीं है, जो हम सोचते या चाहते हैं.
जीवन वह है, जो हमारे साथ होता है और अनिश्चित है. ऐसे में जीवन जीने का मतलब बीती बातों पर रोना नहीं, बल्कि हर पल एक नई शुरुआत के लिए कदम बढ़ाना है. कुहू गर्ग के जीवन का यही सूत्र वाक्य है. शायद आपको यह पंक्तियां महज कुछ शब्दों के संयोजन से बना वाक्य लगे लेकिन यह वाक्य कुछ लोगों के जीवन का आधार है।आइए जानते हैं कि उन्होंने एक शानदार इंटरनेशनल बैडमिंटन खिलाड़ी से लेकर आईपीएस बनने तक का सफर कैसे तय किया.
22 सितंबर 1998 को देहरादून में जन्मी कुहू गर्ग उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार की बेटी हैं. अशोक कुमार 1989 बैच के एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं. कुहू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के सेंट थॉमस कॉलेज से पूरी की है. इसके बाद उन्होंने दिल्ली के एसआरसीसी कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा किया है.