Bihar Assembly Bypolls: बिहार में 4 विधानसभा सीटों रामगढ़, बेलागंज, तरारी और इमामगंज पर उपचुनाव के लिए शुक्रवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है।
25 अक्टूबर तक नामांकन होगा। 28 अक्टूबर को नामांकन फॉर्म की स्क्रूटनी होगी। जबकि 30 अक्टूबर को उम्मीदवारों के नामांकन वापसी की तारीख तय की गई है। वहीं, 13 नवम्बर को मतदान होगा। जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगा। दरअसल, बिहार में चार विधानसभा क्षेत्र रामगढ़, बेलागंज, तरारी और इमामगंज(सु) पर उपचुनाव होने हैं।
यहां के विधायक लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर सांसद बने हैं। तब से चार विधायकों का पद रिक्त है। इन सीटों में इमामगंज (गया) से जीतन राम मांझी लोकसभा चुनाव जीत कर गया से सांसद बने। जबकि बेलागंज (गया) से सुरेंद्र यादव जो विधायक थे वह जहानाबाद से सांसद बनें। इसके अलावा रामगढ़ सीट के विधायक सुधाकर सिंह बक्सर से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने।
वहीं तरारी के विधायक सुदामा प्रसाद आरा से सांसद चुने गए। ऐसे में यह चारों सीट खाली हो गई और अब उपचुनाव होने हैं। सूत्रों के मुताबिक उपचुनाव के लिए एनडीए फॉर्मूला सेट हो गया है। एनडीए से भाजपा 2, जदयू और हम 1-1 सीट पर चुनाव लड़ सकती हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी इसी तरह के संकेत दिए हैं।
सूत्रों की मानें तो तरारी और रामगढ़ में भाजपा लड़ सकती है। वहीं बेलागंज सीट जदयू के खाते में जा सकती है, जबकि इमामगंज सीट हम को दी जाएगी। बता दें कि लोकसभा चुनाव में बिहार के चार विधायक सुदामा प्रसाद, सुधाकर सिंह, सुरेंद्र यादव और जीतन राम मांझी सांसद चुन लिए गए हैं, जिसके बाद इन सीटों पर उपचुनाव करवाए जा रहे हैं।
तरारी से भाकपा-माले के सुदामा प्रसाद विधायक हुआ करते थे। इसी तरह से रामगढ़ से राजद के सुधाकर सिंह, बेलागंज से राजद के सुरेंद्र यादव और इमामगंज से हम संरक्षक जीतन राम मांझी विधायक थे। इस उपचुनाव में एक तरफ महागठबंधन अपनी तीन सीट जीतने के अलावा चौथी सीट भी जीत कर अपनी संख्या बढ़ाने की कोशिश करेगी, तो दूसरी तरफ एनडीए गठबंधन भी एक से ज्यादा सीट जीतकर अपनी संख्या बढ़ाने की कोशिश करेगी। सूत्रों के अनुसार एनडीए ने अपना उम्मीदवार तय कर लिया है।
कहा जा रहा है कि जीतन राम मांझी अपने एक और बेटे अरविंद सुमन को राजनीति में लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं। मांझी उसे इमामगंज सीट से चुनावी मैदान में उतार सकते हैं। बता दें कि मांझी के बड़े बेटे संतोष सुमन पहले से ही राजनीति में हैं और बिहार सरकार में मंत्री हैं। इसी तरह भाजपा तरारी सीट से बाहुबली पूर्व विधायक सुनील पांडेय के बेटे संदीप पांडेय को उम्मीदवार बना सकती है।
बता दें कि सुनील पांडेय ने करीब दो महीने पहले अपने बेटे संदीप पांडेय के साथ का दामन थामा था। रामगढ़ सीट से भाजपा पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह को टिकट दे सकती है। वहीं, चर्चा है कि बेलागंज सीट पर जदयू पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर चुकी है।
ऐसे में जानकारों का मानना है कि एनडीए और महागठबंधन के किस दल के किस नेता को टिकट मिलता है, यह देखना दिलचस्प होगा। चारों सीटों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।