राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पर महिलाओं से धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महायुति गठबंधन सरकार मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना में महिलाओं से धोखाधड़ी कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस योजना में बजट और वित्तीय प्रावधानों का स्पष्ट अभाव है। अगर सरकार इस योजना को टिकाऊ तरीके से चलाती है तो उनकी पार्टी कभी विरोध नहीं करती। इसी साल अगस्त महीने में शुरू हुई इस योजना को लेकर महायुति और विपक्षी दलों में विवाद चल रहा है। हाल ही में देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए लोगों से अपील की थी कि कल्याणकारी योजना को रोकने की कोशिश कर रहे कुछ “सौतेले भाइयों” से सावधान रहें।एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, शरद पवार ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना में बजट और वित्तीय प्रावधान में कोई स्पष्टता नहीं दिखाई देती है, इससे इस योजना के भविष्य में बने रहने पर संशय है। अगर महायुति सरकार इस योजना के लिए वाकई गंभीर है और इसके लिए स्पष्ट और अलग प्रावधान निकालती है तो उनकी पार्टी कभी इस योजना का विरोध नहीं करेगी। पवार ने आगे कहा कि, “मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना धोखाधड़ी है।”प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट और कांग्रेस नेता भी शामिल हैं। सभी ने एक श्वेत पत्र जारी किया, जिसमें महिला सुरक्षा, किसानों की परेशानी और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के ढहने जैसे कई मुद्दों पर कथित विफलताओं के लिए महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की।गौरतलब है कि महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने इस साल अगस्त महीने की शुरुआत में इस योजना को शुरू किया था। सरकार इस योजना को अपनी उपलब्धियों में से एक बताती है। जुलाई में राज्य के बजट में इस योजना को लागू करने के लिए सरकार ने 46000 करोड़ रुपये आवंटित किए। इस योजना को लेकर विपक्षी दलों के विरोध के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने 8 अक्टूबर को महिलाओं से अपील की थी कि वे कल्याणकारी योजनाओं को रोकने की कोशिश कर रहे कुछ “सौतेले भाइयों” से सावधान रहें।
महाराष्ट्र के लोग राजनीतिक बदलाव के लिए उत्सुक- शरद पवार
शरद पवार ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के लोग राजनीतिक बदलाव के लिए उत्सुक हैं और उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजों में यह भावना प्रतिबिंबित होगी। महा विकास आघाडी (एमवीए) के अन्य घटकों के नेताओं के साथ यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने दावा किया कि महायुति शासन के तहत राज्य प्रशासन का मनोबल गिर गया है जबकि महाराष्ट्र प्रशासन को देश में सर्वश्रेष्ठ माना जाता था।उन्होंने कहा, ”हम लोगों को वर्तमान सरकार से मुक्ति दिलाना चाहते हैं और मुझे विश्वास है कि वे हमारा समर्थन करेंगे।” उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में एमवीए लोकसभा चुनाव जैसा प्रदर्शन दोहराएगा। महायुति में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजित पवार नीत राकांपा शामिल हैं।
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