जालंधर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने राज्य भर में आम आदमी क्लीनिक शुरू करके स्वास्थ्य क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पंजाब के लोगों को उनके घरों के नजदीक मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।
शुरुआती दिनों में पंजाब में 677 आम आदमी क्लिनिक थे लेकिन अब तक राज्य भर में 842 आम आदमी क्लिनिक स्थापित हो चुके हैं। जिनमें से 312 शहरी क्षेत्रों में और 530 ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
स्वास्थ्य क्रांति की ओर बढ़ते कदमों के चलते अब तक पंजाब के करोड़ों लोगों का इन आम आदमी क्लीनिकों में इलाज हो चुका है। इन क्लीनिकों में निःशुल्क इलाज के साथ-साथ निःशुल्क दवाएँ भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। हर क्लिनिक आई.टी बुनियादी ढांचे से सुसज्जित है। मोहल्ला क्लीनिक के माध्यम से लोगों को उनके घर के पास ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं।
पंजाब की 65% आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्रों की तुलना में इन क्षेत्रों में अधिक आम आदमी क्लीनिक स्थापित करने को प्राथमिकता दी है। कुल 842 क्लीनिकों में से 530 क्लीनिक ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं। परिणामस्वरूप, लोगों को दवा, नियमित रोग उपचार या नैदानिक परीक्षणों के लिए लंबी कतारों का सामना नहीं करना पड़ता है। इसके अलावा, आम आदमी क्लीनिक ने पंजाब भर के सरकारी अस्पतालों पर बोझ कम कर दिया है।
करीब दो करोड़ लोगों को फायदा हुआ है
आम आदमी क्लीनिक ने जनता को कई सेवाएं और दवाएं प्रदान करके स्वास्थ्य क्षेत्र पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। अब तक दो करोड़ से अधिक मरीज आम आदमी क्लीनिक में मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं से लाभ ले रहे हैं। प्रत्येक क्लिनिक में एक चिकित्सा अधिकारी, एक फार्मासिस्ट, एक क्लिनिक सहायक और एक स्वीपर-सह-सहायक होता है। चिकित्सा अधिकारियों, फार्मासिस्टों और क्लिनिक सहायकों के लिए सूचीबद्ध शुल्क की लागत लगभग 57.31 करोड़ रुपये है। फिलहाल इन क्लीनिकों में 80 तरह की दवाएं उपलब्ध हैं, जिन्हें सरकार ने करीब 50 करोड़ रुपये की लागत से खरीदा है. इन क्लीनिकों के माध्यम से मरीजों को 450 करोड़ रुपये की दवाएं मुफ्त प्रदान की गई हैं। मरीजों को 38 डायग्नोस्टिक टेस्ट मुफ्त दिए जाते हैं, जिनकी कीमत करीब 21.11 करोड़ रुपये है। इन क्लीनिकों से लोगों की जेब से अतिरिक्त भार काफी कम हो गया है। आम आदमी क्लीनिक से अब तक लोगों को कुल 889 करोड़ रुपये की बचत हुई है।