नई दिल्ली : कांची मठ के 69वें प्रमुख शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती का बुधवार को तमिलनाडु के कांचीपुरम में 82 वर्ष की अवस्था में देहावसान हो गया। बताया जा रहा है कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पिछले कुछ समय से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था। शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि जगतगुरु पुज्यश्री जयेंद्र सरस्वती शंकराचार्य लाखों श्रद्धालुओं के दिल में हमेशा बने रहेंगे। उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना और ओम शांति।
पीएम मोदी ने अपने एक के बाद एक दो ट्वीट किए। ट्वीट के साथ उन्होंने शंकराचार्य के साथ अपनी एक पुरानी फोटो भी शेयर की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, जगतगुरु पुज्यश्री जयेंद्र सरस्वती शंकराचार्य ने हमेशा आगे रहकर लाखों लोगों की सेवा की। उन्होंने कई संस्थानों का विकास किया, जिन्होंने गरीबों और दलितों के जीवन को बदल दिया।
आपको बता दें कि 2014 में शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती कभी खुलकर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाए जाने के पक्ष में आ गए थे। उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी बहुत अच्छे व्यक्ति हैं। उन्हें प्रधानमंत्री बनना ही चाहिए। उन्होंने देश की वर्तमान शासन व्यवस्था को भी ठीक नहीं बताते हुए इसे सुधारने के प्रयास करने की बात कही थी।
शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती लंबे समय तक विवादों में रहे हैं। 2004 में उन्हें कांचीपुरम वर्दराजन पेरुमल मंदिर के मैनेजर ए. शंकररमन की हत्या में आरोपी बनाया गया। इस दौरान शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को 2 माह न्यायिक हिरासत में भी बिताने पड़े। जिसे लेकर काफी बवाल हुआ था।