नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम को सीबीआई ने आईएएनएक्स मीडिया मामले में फेरा का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई का आरोप है कि कार्ती चिदंबरम जांच में बिल्कुल भी सहयोग नहीं दे रहे थे, जिसकी वजह से उन्हें गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले सीबीआई ने कार्ती चिदंबरम कके अलावा पीटर व इंद्राणी मुखर्जी के खिलाफ भी आपराधिक षड़यंत्र, धोखाधड़ी सहित कई आरोप में मामला दर्ज किया था। उनपर आरोप था कि प्रशासनिक अधिकारियों को इन लोगों ने प्रभावित करने की कोशिश की।
कार्ती पर प्रभाव इस्तेमाल करने का आरोप
कार्ती चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी की आईएनएक्स मीडिया से पैसा लिया था। इंद्राणी व पीटर चाहते थे कि कार्ती अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए उन्हे कर बचाने में मदद करें। जिसके बाद इस मामले में फेरा के नियमों के उल्लंघन की जांच शुरू हुई। आरोप है कि मॉरीशस के रास्ते गलत तरीके से पैसे लिए गए। आईएनएक्स बैनर के तहत तमाम कंपनियों की शुरुआथ के लिए पीटर मुखर्जी ने अपनी पत्नी इंद्राणी को आगे रखा। 2014 तक उन्होंने कई कंपनियां शुरू की जिसमे आईएनएक्स न्यूज प्राइवेट लिमिटेड, आईनएक्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, आईपीएम इनकॉन प्राइवेट लिमिटेड और आईएनएक्स एग्जेक्युटिव प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत की।
शीना बोरा की हत्या से पहले थे हिस्सेदार
वर्ष 2012 में इंद्राणी मुखर्जी ने आईएनएक्स न्यूज प्राइवेट लिमिटेड की अपनी पूरी हिस्सेदारी को बेच दिया था। जानकारी के अनुसार इस कंपनी में टेमासेक जोकि सिंगापुर सरकार की ऑर्म कंपनी है ने भी निवेश किया था। जांच एजेंसियों के पास जो दस्तावेज हैं उसके अनुसार इंद्राणी और पीटर आईएनएक्स में शीना बोरा की हत्या से कुछ दिन पहले तक हिस्सेदार थे। पीटर मुखर्जी की बेटी शीना बोरा का 24 अप्रैल 2014 को मर्डर हो गया था। जिसके बाद शीना बोरा की हत्या के आरोप में पीटर और इंद्राणी जेल में हैं।
10 Crore loan
10 करोड़ का लोन पास कराया गया
वर्ष 2007 में इंद्राणी को आईपीएम इनकॉम प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी में 2007 में मुखिया बनाया गया। जांच एजेंसियों को यह पता चला कि उनकी कंपनी को 10 करोड़ रुपए का लोन दिया गया था, जिसका इस्तेमाल उन्होंने आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के शेयर खरीदने में किया था। 2009 तक इंद्राणी और पीटर साझा रूप में आईएनएक्स एग्जेक्युटिव सर्च प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत की थी। इसी वर्ष पीटर ने अपनी पत्नी के लिए 10 करोड़ का लोन पास कराया। खास बात यह है कि इस कंपनी में इंद्राणी मुखर्जी के 99.9 फीसदी हिस्सेदारी थी और कंपनी में कुल कैपिटल 10 करोड़ रुपए ही थी।