शिंदे गुट वाली शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने सोमवार को उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला. साथ ही संजय राऊत के घर पर ठाकरे की एक मुलाकात को लेकर भी उन्होंने कई सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे 3 दिवसीय दौरे के दौरान साउथ अफ्रीका से फरार गुप्ता बंधु (गुप्ता ब्रदर्स) से मिले हैं.
ये मुलाकात संजय राऊत के बंगले पर हुई लेकिन क्यूं हई है ये अभी तक पता नहीं है. इसके बाद गुप्ता ब्रदर्स के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ये तीनों (गुप्ता ब्रदर्स) अफ्रीका से फरार हैं. इनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी है. ऐसे में उद्धव ठाकरे को बताना चाहिए कि वो इनसे क्यों मिले हैं.
संजय निरुपम ने आगे कहा कि ये गुप्ता ब्रदर्स क्रिमिनल है. इनमे अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता पर एक उत्तराखंड के बड़े बिल्डर की मौत के मामले में गिरफ्तार भी किया गया था. उन्होंने बताया कि उद्धव जब दिल्ली जाते हैं तो मौर्या या ताज होटल में रुकते हैं. लेकिन फिर इस बार वो राऊत के घर पर क्यूं रुके? क्या गुप्ता ब्रदर्स से मिलने के लिए वो राऊत के घर पर रुके? आगे भी सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि क्या गुप्ता बंधुओ से ठाकरे परिवार से कोई लेना देना है?
विधानसभा चुनाव को लेकर गरमाई सियासत
शिवशेना नेता यहीं नहीं रुके, आगे भी उन्होंने अपना हमला जारी रखा. उन्होंने कहा, ‘ऐसी जानकारी है कि विदेश में ठाकरे परिवार का कोई इन्वेस्टमेंट है. इसके बाद उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या उद्धव का अफ्रीका में कोई इन्वेस्टमेंट है? वो पूर्व सीएम रहे हैं, फिर वो ऐसे दागदार व्यापारी से क्यूं मिले. ये पूरा महाराष्ट्र जानना चाहता है.’ महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसको लेकर राज्य में लगातार सियासत जारी है.
शिवसेना की फंडिंग को लेकर उठाए सवाल
संजय निरुपम ने आगे कहा कि उनकी पार्टी पर चंदे के लिए रोक थी तो क्या ऐसे में व्यापारी से विधानसभा चुनाव को लेकर कोई फंडिंग को लेकर बात हुई है क्या? निरुपम ने आगे कहा कि उनको ऐसी जानकारी है कि गुप्ता ब्रदर्स भेष बदलकर आते रहते हैं. उन्होंने कहा कि उद्धव ऐसे उद्योगपति से क्यों मिल रहे हैं, जिनको लेकर इंटरपोल तलाश कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारे पास पुख्ता जानकारी है कि 7 अगस्त को गुप्ता ब्रदर्स काले रंग की गाड़ी में आए थे और फिर मुलाकात हुई थी. इसके बाद उन्होंने कहा कि लगता है कि विधानसभा चुनाव को लेकर अवैध फंडिग को लेकर कोई डील हुई है.
साहनी बिल्डर सुसाइड केस
इतना ही नहीं उन्होंने सतेंद्र साहनी बिल्डर के सुसाइड केस में भी ठाकरे को खींचा. उन्होंने कहा कि जिस बिल्डर ने सुसाइड किया था. उसने ED को जांच के लिए पत्र लिखा है. तो इस मामले की जांच होती है तो मुलाकात को लेकर भी जो डील हुई हैं. वो सामने आएंगी. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या उस सुसाइड से भी ठाकरे परिवार या राऊत का कोई लेना देना है. क्या सहनी के इन्वेस्टमेंट पार्टनर थे?
दिल्ली पुलिस चाहे तो इस मामले में जांच कर सकती है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि सांसदो के घर आने वालो का कोई रिकॉर्ड नहीं होता. हो सकता है की सीसीटीवी कैमरे राऊत ने बंद कर दिया हो. हम जल्दी ही इस मामले को लेकर एजेंसियों से भी मुलाकात करेंगे.
लाडली बहन योजना पर विपक्ष को घेरा
लाडली बहन योजना पर उन्होंने कहा कि इतनी अच्छी योजना विपक्ष को हजम नही हो रही है. इसलिए वो कोर्ट भी गए. लेकिन कोर्ट ने भी इनका अनुरोध रिजेक्ट कर दिया. उन्होंने कहा कि इस योजना से राज्य की बहनों को लाभ होगा. विपक्ष को डर लग रहा है की इस योजना से उनको नुकसान होगा इसलिए वो लगातार विरोध कर रहे हैं.
ठाकरे की गाड़ी पर हमले को लेकर दिया जवाब
उद्धव ठाकरे की गाड़ी पर हमले को लेकर उन्होंने कहा कि इस तरह के हमले नही होने चाहिए. लेकिन पहले राज ठाकरे की गाड़ी पर हमला हुआ. ये महज उसका रिएक्शन है, लेकिन ऐसे नहीं होना चाहिए. हम तो सिर्फ यही कहना चाहते हैं कि जिनके घर शीश के होते है वो दूसरे के घर पर पत्थर नही फेंकतें. संजय राऊत के मुस्लिम प्रदर्शनकारी के पोस्टर सीएम के साथ दिखाए जाने पर उन्होंने कहा कि राऊत के भी कई पोस्टर अरुण गवली और नाईक गैंग के लोगो के साथ है तो क्या संजय राऊत ने उनकी गैंग ज्वाइन की है.
बांग्लादेश मुद्दे पर भी बोले निरुपम
संजय निरुपम ने बांग्लादेश मुद्दे पर कहा कि जिस तरह से विपक्ष ने इस मामले पर स्टैंड किया वो शर्मनाक है. बंगलादेश में लगातार विदेशी ताकते लगी थीं इसलिए ही वहां की पीएम को भागना पड़ा. आगे उन्होंने कहा कि ये काफी पुराना ट्रेंड है कि अब्दुला परिवार हमेशा से ऐसे आरोप लगाते रहे है कि आतंकी और सैनिकों के बीच गठजोड़ है. हम ऐसे बेतुके बयान की निंदा करते हैं.