पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के लिए दो पदक जीतने वाली मनु भाकर बुधवार को स्वदेश लौटीं। दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचते ही पहले से उनके इंतजार में खड़े फैंस ने निशानेबाज का भव्य स्वागत किया।
इस दौरान मनु के माता-पिता भी मौजूद रहे।
फैंस ने किया भव्य स्वागत
मनु के साथ उनके कोच जसपाल राणा का भी जोरदार स्वागत हुआ। मनु ने कहा ‘बेहद खुशी है इतना प्यार मिल रहा हैं।’ फैंस ने ढोल-नगाड़ों के साथ दोनों का जोरदार स्वागत किया। वहीं, कुछ फैंस को मनु के साथ सेल्फी लेने का भी मौका मिला।
#WATCH | Double Olympic medalist Manu Bhaker receives a grand welcome after she arrives at Delhi airport after her historic performance in #ParisOlympics2024
She won bronze medals in Women’s 10m Air Pistol & the 10m Air Pistol Mixed team event. pic.twitter.com/rcVgqkaxjP
— ANI (@ANI) August 7, 2024
माता-पिता के लिए गर्व की बात
ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को लेने उनके माता-पिता एयरपोर्ट पहुंचे। उनके चेहरे पर बेटी की जीत की खुशी साफतौर पर झलक रही थी। उनके माता-पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मनु ने जो उपलब्धि हासिल की है वह किसी भी माता-पिता के लिए गर्व की बात है। मनु की मां सुमेधा भाकर ने कहा, मनु के लिए जो लोगों का अत्यधिक प्रेम है, उसे देखकर अत्यंत प्रसन्न हूं।
#WATCH | Parents of double Olympic medalist Manu Bhaker arrive at Delhi airport to receive the Indian shooter after her historic performance in #ParisOlympics2024
Manu Bhaker won bronze medals in Women’s 10m Air Pistol & the 10m Air Pistol Mixed team event. pic.twitter.com/AJZ1rxZpb6
— ANI (@ANI) August 7, 2024
मनु ने दिया फैंस को धन्यवाद
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर ने फैंस का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “एयरपोर्ट और होटल में जिस तरह से मेरा स्वागत किया गया, उससे मुझे बहुत अच्छा लगा। मुझे बहुत खुशी है कि देश के लोग मुझे इस तरह से सपोर्ट कर रहे हैं। मैं दो पदक और भविष्य में और अधिक मेहनत करने के लिए ढेर सारी प्रेरणा लेकर आई हूं। इवेंट के समय मैं पदक के बारे में नहीं, बल्कि केवल अपने खेल के बारे में सोच रही थी। मैं लंबे समय तक भारतीय खाना नहीं खा पाई थी, लेकिन दिल्ली आकर मैंने आलू पराठा खाया।”
वहीं, मनु के कोच जसपाल राणा ने भी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “यह गर्व का क्षण है कि 22 साल की उम्र में एक युवा लड़की ने देश के लिए इतिहास रच दिया है। मैं इस समय सबसे गौरवान्वित व्यक्ति हूं क्योंकि मेरा ओलंपिक सपना उसके माध्यम से पूरा हुआ है… हमें उस पर गर्व होना चाहिए, आगामी ओलंपिक में वह और मजबूत होगी, और यहां से जो अनुभव वह लेकर जाएगी, शायद वह स्वर्ण में परिवर्तित हो जाए।”