कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशु पालन एवं डेयरी मंत्री कंवर पाल ने बुधवार को हरियाणा निवास में पशु पालन एवं डेयरी विभाग के उच्च अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की। पशु पालन एवं डेयरी मंत्री ने प्रदेश में गायों की नस्ल में सुधार के विशेष निर्देश देते हुए कहा कि आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके बछड़ों की बजाए बछड़ियों की जन्म दर बढ़ाने पर फ़ोकस करें, क्योंकि वर्तमान मशीनी युग में कृषि आदि के कार्यों में बछड़ों का प्रयोग न के बराबर हो गया है। उन्होंने कहा कि हर जिला में कम से कम एक गौशाला को नस्ल -सुधार के लिए विभाग द्वारा गोद लिया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ज्यादा दूध देने वाली गायों की संख्या बढ़ सके।उन्होंने पंचकूला में स्थित पीएएमसी की तर्ज पर राज्य के अन्य जिलों में भी “पैट केयर सेंटर” खोलने के निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान में छोटे परिवार होने के कारण विशेषकर शहरी क्षेत्रों में पालतू जानवर रखने का प्रचलन बढ़ा है। इन जानवरों एवं पक्षियों के ईलाज के लिए प्रत्येक जिला में समुचित जगहों पर “पैट केयर सेंटर” खोले जाने चाहिए। उन्होंने भी पशु चिकित्सा संस्थानों में पीने के शुद्ध पानी के लिए आरओ, बिजली की हर समय उपलब्धता के लिए इन्वर्टर, रिकॉर्ड के रख रखाव के लिए कंप्यूटर तथा आवश्यकता के अनुसार स्टेशनरी का सामान खरीदने के निर्देश दिए। उन्होंने पशु चिकित्सा संस्थानों के नए भवनों हेतु जमीनों की शर्तों में आवश्यक संसोधन करने तथा सिविल कार्यों के लिए सिविल डिपार्टमेंट विंग का गठन करने की दिशा में भी उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशु पालन एवं डेयरी मंत्री ने प्रदेश के गुणवत्तापूर्ण पशुपालन में अधिक से अधिक सुधार करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि किसी भी कार्य के लिए धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी।